अपनी छात्रा की प्यार से चुदाई-1

मैं स्कूल टीचर हूँ. अपने स्कूल की एक लड़की पर मेरा दिल आ गया. उसके साथ टांका भी भिड़ गया. मैंने उस कुंवारी लड़की की बुर की सील कैसे तोड़ी? पढ़ें इस गर्म कहानी में!

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-22

गौरी इस समय रोमांच के उच्चतम स्तर पर पहुँच चुकी थी और बस मेरी एक पहल पर अपना तन, अपना कौमार्य मुझे सौम्प देने के लिए आतुर थी लेकिन तभी …

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-21

मैंने उसकी पजामी का इलास्टिक पकड़ा और उसे धीरे धीरे नीचे करने लगा। जब पजामी थोड़ी नीचे सरकने लगी तो उसने अपने नितम्ब थोड़े से ऊपर उठा दिए …

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-20

काश कल सुबह वो नहाते समय अपनी सु-सु दिखाने के लिए राजी हो जाए तो मज़ा आ जाए। उसके साथ नहाते समय सु-सु को चूमने का विचार मन में आते ही लंड महाराज ने तो पाजामे में कोहराम ही मचा दिया.

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-19

गुरु … ठोक दो साली को … क्यों बेचारी को तड़फा रहे हो … लौंडिया तुम्हारी बांहों में लिपटी तुम्हें चु…ग्गा (चूत गांड) देने के लिए तैयार बैठी है तुम्हें प्रवचन झाड़ने की लगी है।

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-18

एक बार वो मेरा लंड चूस चुकी थी. अगले दिन मेरा दिल कर रहा था कि अपना पूरा लंड उस नवयौवना के मुख में डाल कर चुसवाऊँ. क्या मैं ऐसा कर पाया? कहानी में पढ़ें.

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-16

देखो, मैं अपना निक्कर उतारता हूँ। तुम्हें मेरे लिंग को पकड़कर बस थोड़ी देर हिलाना है और उसके बाद उसमें से वीर्य निकलने लगेगा। तुम्हें थोड़ी जल्दी करनी होगी.

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-15

उसकी जांघें इतनी चिकनी और गोरी थी कि उन पर नीले से रंग की हल्की-हल्की शिरायें सी नज़र आ रही थी। और घुटनों के ऊपर का भाग तो मक्खन जैसा लग रहा था।

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-14

सेक्स ईश्वर द्वारा मानव को प्रदत्त आनन्दायक क्रिया है यह कोई पापकर्म नहीं है। इसमें पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका को जिन क्रियाओं में आनन्द मिले वो सब प्राकृतिक निष्पाप होती हैं।

मेरी पहली चुदाई की दास्तान

मेरी फर्स्ट टाइम सेक्स की कहानी में पढ़ें कि मैं अपने कॉलेज के दोस्त के साथ अपने घर में पढ़ाई करती थी. एक बार मैंने उसके फोन में पोर्न क्लिप देख लिया तो …