गुलाब की तीन पंखुड़ियां-6

साली ने किस प्रकार कहावत की ही बहनचोदी कर दी थी। मेरा मन तो कर रहा था उसे असली कहावत ही सुना दूं ‘अनाड़ी का चोदना और चूत का सत्यानाश’

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-5

मेरी बीवी ने नयी कमसिन जवान कामवाली रखी और मैं उसे पटाने की कोशिश कर रहा था. इसी बीच मुझे पता लाग कि मुझे ट्रेनिंग पर जाना पडेगा. तो मैंने क्या किया?

पहला प्यार पहला सेक्स

मैं ठंड के मौसम में पार्क में एक लड़की दिखी, वो मुझे अच्छी लगी. मैं उसकी ओर मुस्करा दिया तो वो भी मुस्कुरा दी और हमारी दोस्ती हो गयी. हमने पहले सेक्स का मजा कैसे लिया?

कमसिन चूत और मेरा मोटा लंड

वो मेरी पड़ोसन थी, इतनी शानदार माल कि कोई भी शख्स उसकी नशीली जवानी की तपिश के आगे पिघल जाए. मैं भी उसकी मस्त जवानी का रस पीना चाहता था.

कुंवारी चचेरी बहिन को चोदा

मेरी चचेरी बहन दिखने बिल्कुल हिरोईन की तरह है. वह चलती है तो बुड्ढों का लण्ड भी खड़ा हो जाता है। उसकी कुंवारी बुर की सील तोड़ने का अवसर मुझे कैसे मिला?

कुंवारी भानजी की हवस और मेरे लंड की आग

गाँव में मेरे पड़ोस में एक देसी भाभी से मेरी दोस्ती हो गयी. मैं भाभी को छोड़ना चाहता था क्योंकि वो बहुत सेक्सी थी. मेरी चुदाई कहानी पढ़ कर पता लगाएं कि क्या मैं भाभी को चोद पाया.

कैसे जालिमों ने मेरी सील तोड़ी

मैं बारहवीं पास करके घर पर थी. उस समय मुझे मेरी चढ़ती जवानी की आग सताती रहती थी. मेरे भाई के दोस्त हमारे घर आते रहते थे. मैंने अपनी कामुकता का इलाज कैसे किया?

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-4

वो मेरे से एक कदम की दूरी पर उकड़ू बैठी थी। मेरी नज़र उसकी जांघों के बीच चली गयी। पट्टेदार जांघिया उसकी पिक्की के बीच की लकीर में धंसा हुआ सा था।

गुलाबी चूत चोदकर लाल की

एक लड़की ने खुद से मुझ पर ऑफर मारा. लड़की मस्त लगी तो मैंने उसका ऑफर स्वीकार कर लिया. हम दोनों में सेक्स की बातें शुरू हो गईं. मजा लें इस सेक्स कहानी का!

मनाली टूर में ग्रुप सेक्स के मजे

मैं अपने फ्रेंड्स के साथ मनाली ट्रिप के लिए गई थी. बस में ही मेरे साथ बैठे लड़के ने शरारत शुरू कर दी थी. मैं तब तक कुंवारी थी तो मेरी वासना भी जोर मारने लगी.