गुलाब की तीन पंखुड़ियां-13

पता नहीं उसने अपने प्रथम शारीरिक मिलन को लेकर कितने हसीन ख्वाब देखे होंगे? क्या वो इतनी जल्दबाजी में पूरे हो पाते? सम्भोग या चुदाई तो प्रेम की अंतिम अभिव्यक्ति है.

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-12

मैंने अपना हाथ उसकी नंगी पीठ और कमर पर फिराया और फिर उरोज को अपने हाथ में पकड़कर हौले से दबाया। और फिर मैंने एक उरोज के चूचुक को मुंह में लेकर चूसा।

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-11

गौरी ने टॉप के नीचे समीज या ब्रा नहीं पहनी थी तो मेरी निगाहें तो बस उसकी गोल नारंगियों और जीन पैंट में फंसी जाँघों और नितम्बों से हट ही नहीं रही थी।

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-10

आज तो उसके पतले-पतले गुलाबी होंठ बहुत ही कातिल लग रहे हैं। इन होंठों से अगर वह मेरा पप्पू चूस ले तो खुदा कसम मज़ा आ जाए।

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-9

मेरी आँखें तो उसकी पुष्ट गुलाबी जाँघों से हट नहीं रही थी। मस्त हिरनी सी कुलाचें सी भरती जैसे ही वो मेरे पास से गुजरने लगी उसके अल्हड़, अनछुए, कुंवारे बदन से आती खुशबू …

सहेली के भाई को चुदाई के लिए पटाया-2

मैं अपनी सहेली के भाई का लंड लेना चाहती थी तो योजना बना कर मैंने उससे दोस्ती कर ली. वो मेरे पास आने की कोशिश करता रहा और मैं उसे अपने जिस्म से दूर दूर रखती रही.

सहेली के भाई को चुदाई के लिए पटाया

कॉलेज में खेल प्रतियोगिता में एक खूबसूरत लड़का मुझे पसन्द आ गया. वो लाइन तो दे रहा था लेकिन साले की फट रही थी लड़की से बात करते हुए. तो मैंने क्या किया?

चुदाई के लिए भैया बने सईयां-4

रियल सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि हम भाई-बहन ने अपनी चचेरी बहन के साथ खूब चुदाई के मजे लिये. लेकिन फिर हम बोर हो गये और हमने कुछ नया करने का सोचा.

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-8

वह आसमान की बुलंदियों से कटी पतंग की तरह मेरी बांहों में झूल सी गई। लगता है यह उसका पहला ओर्गस्म था। उसने अपने काम जीवन का पहला परम आनन्द भोग लिया था।

अपनी भांजी को मौसी ने चुदवाया-2

मैं भाभी की बहन की बेटी की चूत चुदाई के लिए तड़प कर रह गया. वो हाथ से निकल गयी थी एक बार तो … लेकिन किस्मत ने एक बार फिर से हम दोनों को मिला दिया.