मस्त साली की मस्ती भरी चुदाई

मेरी एक मस्त सी साली है, उस पर मेरी नजर मेरी शादी से ही थी। तो मैंने अपनी साली की चुदाई उसी के घर में कैसे की, इस जीजा साली की चुदाई की कहानी में पढ़ें.

मुन्नी के कौमार्य भंग करने की कथा-1

चढ़ती जवानी में मैं एक आर्मी अफसर के घर रह कर काम करती थी. अंकल की पत्नी की मौत के बाद वे मेरा ज्यादा ख्याल रखने लगे. अंकल ने मेरी कमसिन जवानी का पहला भोग कैसे लगाया.

गर्लफ्रेंड की बुर को चूत बनाया-2

लव बर्ड सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मैं अपने जन्मदिन पर अपनी प्रेमिका को होटल रूम में ले गया. वहां हम दोनों ने अपना पहला सेक्स कैसे किया?

गर्लफ्रेंड की बुर को चूत बनाया-1

गर्लफ्रेंड सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मुझे अपनी क्लास की एक लड़की पसंद आ गयी, उससे दोस्ती हो गयी. बात आगे कैसे बढ़ी? मैंने कैसे उसे प्रोपोज़ किया?

अधूरे सपनों की दास्तान-7

वह नीचे बैठ कर अब मेरी योनि भी चाटने लगा और मैं समझ न सकी कि जो मुझे थोड़ी देर पहले “छी” कहने लायक गन्दा लग रहा था, आखिर उसमे इतना मज़ा क्यों आता है। साथ ही उसने एक उंगली मेरे छेद में उतार दी।

अधूरे सपनों की दास्तान-6

मेरी बहन मेरी चूत की झिल्ली अपनी उंगली से तोड़ चुकी थी. उसके बाद उसने मेरी योनि को साफ़ किया और अब उसके हाथ में एक लम्बा बैंगन था जो वो मेरी बेचारी चूत में घुसाने वाली थी. क्या होगा मेरा?

अधूरे सपनों की दास्तान-5

मेरी बहन मेरी फैली टांगों के बीच औंधी लेट कर हाथ से मेरी योनि के ऊपरी सिरे को सहलाने लगी। मेरे दिमाग में चिंगारियां छूटने लगीं। मैंने कभी सोचा नहीं था कि पेशाब करने वाली जगह में इतना अकूत आनंद हो सकता है।

बेटी की कमसिन जवानी-6

पद्मिनी बापू के लंड पर झुक गयी. पहले बापू के कहने पर अपनी जीभ को लंड के ऊपर वाले हिस्से पर फेरा, फिर और एक बार फिर से.. और एक बार.. धीरे धीरे वो अपने बाप का लंड चाटती गयी.

बेटी की कमसिन जवानी-5

बापू आहिस्ते आहिस्ते अपनी बेटी पद्मिनी की जवान कुंवारी चुत की पंखुड़ियों को अपनी उंगलियों से आराम से खोलते हुए अपनी जीभ को चूत के उन मुलायम हिस्सों पर फेर रहा था.. जो ज़्यादा लाल और नाज़ुक होते हैं.

बेटी की कमसिन जवानी-4

मैं टीचर के साथ क्लास में बिल्कुल अकेली थी, तो उसने मुझको किस किया, मेरे जिस्म पर हाथ फेरा. पता नहीं क्यों वह मुझे अच्छा लगा. उसके बाद जब भी मौका मिलता वह मेरा ब्लाउज खोल मेरी चूचियों को चूसता!