मेरी कमसिन फ्रेंड की कहानी-3
इंडियन देसी चूत स्टोरी में पढ़ें कि कैसे एक नौजवान लड़की मेरे साथ मेरे बिस्तर पर सो रही थी. मैं उसके बदन का मजा ले रहा था. वो सोने का नाटक कर रही थी
अन्तर्वासना सेक्स कहानी with thousands of hindi sex stories in hindi.
लड़कियों की चूत चाटना लड़कों को कितना अच्छा लगता है?
लेकिन ज्यादातर लड़कियों को चुदाई से ज्यादा मजा ओरल सेक्स में आता है. भाभी, आंटी, कॉलेज गर्ल की चूत चाटना की कहानियों का मजा लें!
Chut Chusai, licking Choot
इंडियन देसी चूत स्टोरी में पढ़ें कि कैसे एक नौजवान लड़की मेरे साथ मेरे बिस्तर पर सो रही थी. मैं उसके बदन का मजा ले रहा था. वो सोने का नाटक कर रही थी
मेहनत कोई करे, फल किसी और को मिले! यही हुआ मेरे साथ … लड़की किसी और ने पटानी शुरू की… चूत चोदने को मिली मुझे! ये सब कैसे हुआ? मेरी हिंदी एडल्ट स्टोरी पढ़ कर मजा लें!
मैं जिगोलो बनाने की कोशिश में एक मैडम से मिला. वो मेरे लंड से खुश हुयी और उन्होंने मुझे एक कम्पनी की मालकिन के पास उनके मनोरंजन के लिए भेजा. मेरी हॉट चुदाई स्टोरी पढ़ कर देखें कि कैसे मैंने उस लेडी को खुश किया.
इस गन्दी कहानी में पढ़ें कि मेरे रूममेट के भाई, पापा और मम्मी ने मेरे, मेरी बहन और मेरी मम्मी के साथ सेक्स का क्या गंदा खेल खेला.
मैंने भाभी की बुर को देखा … एकदम गुलाबी चिकनी बुर … एक भी बाल नहीं, जैसे आज ही मेरे लिए बुर को शेव किया हो. बुर की दोनों फांकें एकदम फूली हुई और आपस में चिपकी थीं!
मेरी दोस्ती एक अमीर अय्याश लड़की से हो गयी. वो अपने यारों से चुदाई करवाती थी. उसे देख कर मेरी चूत में भी गुदगुदी होने लगती थी. मैंने अपनी चूत की खारिश कैसे मिटायी?
मुझे एक ऐसी भाभी मिली जो हर दस-पंद्रह दिन में बीमार हो जाती थी. संयोगवश मुझे उसकी बिमारी का इलाज मिल गया. इलाज करने का ये निराला अनुभव कैसा था, आप भी पढें
शायरा कुंवारी नहीं थी मगर फिर भी उसकी चुत चाटने में इतना मजा आ रहा था. जब इसकी चुदी चुत इतना मजा दे रही है, तो वो अगर कुंवारी होती तो कितना मजा देती?
एक बार मैं, मेरी बहन और मेरे जीजाजी ट्रेन में गोवा जा रहे थे. ट्रेन में हालात कुछ ऐसे बने कि मैं अपने जीजा से चुद गयी. कैसे चुदी, कैसे मेरे जीजा ने मेरी चूत की सील तोड़ी, पढ़ें ओर मजा लें!
निगोड़े मर्दों का कहाँ दिल भरता है? और कच्ची कलियों का मज़ा कुछ और ही होता है. और फिर ‘नया माल नखरे करके मिले तो … उसके तो कहने ही क्या!”