कहीं मम्मी ना देख ले-1

पड़ोस की लड़की की चुदाई करते मुझे उसकी भाभी ने पकड़ लिया था. लेकिन बाद में मैंने उसी भाभी को पटाने की कोशिश की. क्या मैं अपनी कोशिश में सफल हुआ?

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-4

वो मेरे से एक कदम की दूरी पर उकड़ू बैठी थी। मेरी नज़र उसकी जांघों के बीच चली गयी। पट्टेदार जांघिया उसकी पिक्की के बीच की लकीर में धंसा हुआ सा था।

गांड और चूत में एक साथ दो लंड लिए-1

रात को बॉस मेरे कमरे में थे और उन्होंने मुझे जम कर चोदा था. सुबह उठी तो ऑफिस का एक लड़का मेरे घर आ गया. वो भी मुझे चोद चुका था. तो मेरे साथ क्या हुआ?

मेरी जवानी की वासना, लव और सेक्स-5

मेरी सहेली ने मेरी वासना भड़का दी तो मैंने भी अपने लिए एक लड़का चुन लिया, उससे मिलने लगी. वो भी मुझे चाहता था. आगे के काम में भी मेरी सहेली ने मदद की.

मेरी जवानी की वासना, लव और सेक्स-2

मेरी सहेली ने मुझे एक डिल्डो दिया था. उसने मुझे स्टेप बय स्टेप बताया था कि इसे कैसे प्रयोग करना है. मेरी गर्म कहानी में पढ़ें कि क्या मैं अपनी चूत पर डिल्डो इस्तेमाल कर पायी?

कली हुई फूल बनने को बेताब-1

मैं अपनी सेक्सी कहानी आपको तब की बता रही हूँ जब मैं नई नई कालेज में गई थी। तब मैं बिल्कुल अनछुई थी मतलब तब तक कोई मुझे चोदा नहीं था। मेरी बुर कुंवारी थी.

चुदक्कड़ चाची व उनकी सेक्सी बहनों को चोदा-3

20 एकड़ के फार्म हाउस में हम दोनों के अलावा कोई नहीं था. हम दोनों फार्म हाउस के अन्दर गए, चाची बुर्क़ा उतारने लगीं. मैंने पीछे से जाकर उनको ज़ोर से पकड़ लिया और …

पहली सेटिंग से पहली चुदाई तक का सफर-2

मेरी स्कूल की दोस्त मुझे कोचिंग क्लास के बाहर मिली. मैंने क्लास में ही उसे प्रोपोज कर दिया. उसने हाँ कर दी और हमारे प्यार की गाड़ी निकल पड़ी. असली बात तो सेक्स की थी.

मेरा और माँ का एक ही यार-1

मेरे ब्रेक अप के बाद मेरा कोई यार नहीं था मेरी चुदाई के लिए. तभी एक दिन मैंने अपनी मम्मी को पड़ोसी अंकल के घर उनका लंड चूसते देखा. मैं पागल हो गयी.

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-2

मैंने चुपके से उसके पीछे जाकर एक हाथ से उसके एक उरोज को कसकर पकड़ा और दूसरे हाथ से उसकी बुर को पकड़कर दोनों अंगों को जोर से भींच लिया।