अन्तर्वासना: बहिन की चुदाई-4
मेरी कुंवारी कमसिन बहन मेरे सामने अपने आशिक और उसके दोस्तों के सामने नंगी पड़ी चुद रही थी और ना चाहते हुयी भी मेरे लिंग में सख्ती आ रही थी. मेरी हालत मेरी कहानी पढ़ कर जानें!
अन्तर्वासना सेक्स कहानी with thousands of hindi sex stories in hindi.
बिना चुदी नंगी चुत की पहली बार चुदाई, कुँवारी चूत की हिंदी कहानी, कुँवारी कन्या के पहले सेक्स की स्टोरी
Kunvari chut ki Chudai ki Hindi Kahani
choot Sex Stories About First Time Sex with a Virgin Girl
Story about Defloration of a Virgin Girl.
मेरी कुंवारी कमसिन बहन मेरे सामने अपने आशिक और उसके दोस्तों के सामने नंगी पड़ी चुद रही थी और ना चाहते हुयी भी मेरे लिंग में सख्ती आ रही थी. मेरी हालत मेरी कहानी पढ़ कर जानें!
लड़की होने का अधूरा अहसास उसको हो चुका था और अब बारी थी उसको लड़की होने का पूरा अहसास कराने की. उससे भी बर्दाश्त नहीं हो रहा था, वो अपनी योनि भेदन के लिए मचल रही थी.
मैंने ट्रेन में मिली काली सलोनी के जिस्म को नंगा किया. ऐसा काला हुस्न मैंने आज तक नहीं देखा था; मैं हैरान था कि किसी लड़के ने कभी उसे भोगने की कोशिश क्यों नहीं की.
ट्रेन में मिली काली लड़की की तरफ आकर्षित होकर मैंने उसके साथ प्रेम संबंधों की बात छेड़ दी. मैं अपने मकसद में कामयाब भी हो गया और वह आकर मेरे पहलू में बैठ गई.
अगर एक भाई के सामने उसकी बहन अपने आशिक के साथ उसके दो दोस्तों के साथ सेक्स करे तो उसे कैसा लगेगा. एक भाई की जुबानी उसकी बहन की चुदाई का आँखों देखा हाल पढ़ें!
देसी सुहागरात कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने कॉलेज की एक नाजुक लड़की की बुर की सील अपने घर में अपने बेडरूम में तोड़ी. ये सब कैसे कैसे हुआ?
मेरी सास ने मुझे मेरे पति के बारे में बताया कि वो गे है और मुझे सलाह दी कि मैं किसी अन्य लड़के के साथ अपने तन की प्यास बुझा लूँ. क्या इस दिन के लिए मैंने अपनी कुंवारापन बचा के रखा था?
यह कहानी एक ऐसे युवक की है जो उन हालात का सामना करता है जिनसे वह राजी तो नहीं लेकिन जिन्हें बदल पाना उसके बस का नहीं था. एक भाई अपनी बहन की कहानी बता रहा है.
कॉलेज में आने के बाद तो सेक्स, बात करने का हम लड़कियों का पसन्दीदा टॉपिक था. जब भी सब सहेलियां इकट्ठी होतीं, तो सब अपने अपने ब्वॉयफ्रेंड की बात करना शुरू कर देतीं.
मैंने भाभी की बुर को देखा … एकदम गुलाबी चिकनी बुर … एक भी बाल नहीं, जैसे आज ही मेरे लिए बुर को शेव किया हो. बुर की दोनों फांकें एकदम फूली हुई और आपस में चिपकी थीं!