शादीसुदा लड़की बनी भाई की रंडी उसका लंड ले के

मैं एक 22 वर्ष की शादीशुदा लड़की हूँ. यह पोर्न सिस्टर सेक्स कहानी मेरी चूत चुदाई की है.

मेरा फिगर 32-28-34 का है. मेरे पति फौज में होने के कारण साल में दो ही बार छुट्टी लेकर घर आ पाते हैं.
जब मेरे पति घर आते हैं तो वो मेरी जमकर चुदाई करते हैं.

पर उनके जाने के बाद मेरा सम्भोग करने का बहुत मन करता है मगर मैं बिना लंड के बेबस रह जाती थी.
इस वजह से मेरा मन नहीं लगता तो मैं कुछ दिनों के लिए अपने मायके चली जाती थी.

मेरे मायके में मेरे मम्मी-पापा, दादी और एक बड़ा भाई है जो शादीशुदा है.
उसकी पत्नी सामान्य रूप और कद काठी वाली है.

इस बार पति के जाने के बाद मैं एक महीने के लिए मायके आई थी.
अक्सर मेरा मन होने पर मेरे पति मेरे साथ फोन पर ही सेक्स किया करते थे.

उस दिन पति के साथ सेक्सी बातें करने से ही ये मामला शुरू हो गया था.

हुआ यूं कि हल्की सर्दी के दिन थे, एक दिन मम्मी और दादी ऊपर छत पर थीं.
भाई दुकान पर गया हुआ था.
मेरी भाभी भी अपने मायके गयी हुई थी.

मैं अपने पति से सेक्सी बातें कर रही थी.
उसी समय मेरी हाथ मेरी चूत पर चला गया और मेरी कामुक सिसकारियां निकलने लगीं.

इसी बीच मेरा भाई खाना खाने के लिए घर कब आ गया, मुझे कुछ अंदाजा ही नहीं ही सका था.
भाई ने जब मेरी वासना भरी सिसकारियां सुनी तो वो मुझे खिड़क़ी से देखने लगा.

कुछ देर बाद जब मेरी चूत से पानी निकल गया तो मैं बाहर आ गयी.

भाई सोफे पर बैठा हुआ था और मुझे देखे जा रहा था.

मैं सामान्य भाव से अन्दर जाकर उसे खाना देने लगी.

वो मुझे देख कर हंसने लगा.
मैंने उससे पूछा- क्या हुआ?
वो बोला- कुछ नहीं.

मैं समझ गई कि इसने मेरी बातें सुन ली हैं मगर मैं कुछ नहीं बोली और उसे खाना देकर कमरे में चली गई.

अब ये रोजाना का किस्सा हो गया था.

मेरा भाई मुझे हवस भरी निगाहों से देखने लगा था.
मुझे भी आभास हो गया था कि भैया ने मुझे देख लिया था, मैं उससे नजरें नहीं मिला पाती थी.

एक दिन घर में कोई नहीं था और मेरा बेटा भी मम्मी के साथ बाहर गया हुआ था.
मैं कमरे में सोई हुई थी.
मेरा भाई दुकान से आया और रसोई में जाकर खाना लेकर खाने लगा.

मैं भी गहरी नींद में सोई हुई थी. मेरा भाई मेरे पास आकर सो गया.
उस दिन मैंने ऊपर टॉप और नीचे फुल स्कर्ट पहनी हुई थी.

वो धीरे धीरे मेरा टॉप ऊपर करने लगा लेकिन मुझे कुछ होश नहीं था.

मेरा भाई मेरे मम्मों को सहलाने लगा.
उसने अपना लंड मेरी गांड पर लगाया हुआ था.

अचानक से उसने मेरे मम्मों को जोर से दबाया तो मैं जाग गयी.
पर वो पीछे नहीं हटा और मुझे अपने नीचे दबाने लगा.
मैंने उसे धक्का देकर नीचे गिरा दिया.

वो मेरी तरफ देख कर हंसने लगा.
मैंने कहा- ये क्या कर रहे थे आप?

वो साफ़ शब्दों में बोला कि मैंने देखा है कि तू अपनी चूत में उंगली से पानी निकालती है, तो मेरे साथ सेक्स करने में क्या बुराई है.
मैंने कहा- आप मेरे भाई हो और मैं अपने पति के सिवाय किसी के साथ सेक्स नहीं कर सकती हूँ.

भाई ने उठ कर मन्दिर से सिन्दूर लिया और मेरी मांग भर दी.
वो बोला- अब मैं भी तेरा पति बन गया हूँ. मैं तुझे बहुत प्यार करने लगा हूँ और तुझे तेरे पति की कमी महसूस नहीं होने दूँगा.

मैं कमरे से बिना कुछ बोले बाहर आ गयी.
मैं ये बात किसी को बता भी नहीं सकती थी.

मैंने अपने पति को ही ये सारी बात बतायी.
मेरे पति बोले- मेरे बिना तू हमेशा तड़पती रहती है. मैं भी तुझे तड़पते हुए नहीं देख सकता. तू उसे अपना दूसरा पति मान ले, तो तू भी खुश रहेगी.

मुझे उनके ऊपर बहुत गुस्सा आया, मैंने कहा- आप ये क्या कह रहे हैं?
पति ने कहा- जरा ठंडे दिमाग से सोच … सेक्स की भूख सभी को लगती है. यदि कभी तूने घर के बाहर किसी दूसरे से सेक्स कर लिया और कुछ लफड़ा हो गया तो बड़ी बदनामी होगी और हो सकता है कि तू किसी परेशानी में फंस जाए. इससे अच्छा है कि तू अपने भाई के साथ ही सेक्स कर ले.

मैंने उन्हें झिड़की दी- ये आप क्या कह रहे हैं. मैं ऐसा नहीं कर सकती.

aur मैंने ऐसा करने से मना कर दिया.
पर उन्होंने मुझे अपनी कसम दी तो मुझे मानना पड़ा.

फिर पति ने कहा- मेरे लिए भी तू अपनी भाभी का इंतजाम भी कर लेना. इस बार मैं तुम दोनों को एक साथ चोद लूंगा.
मैं हंसने लगी- भाभी को कैसे सैट कर सकती हूँ.
पति भी हंसने लगे और बोले- चलो सैट करने की कोशिश करना. यदि भाभी सैट हो गई तो ठीक है नहीं तो अपने भैया से कह कर मेरे लिए उसकी बीवी की बात करना.

मैंने हंस कर बात टाल दी.

अब मैं अपने भाई से अपनी चूत चुदवाने की सोचने लगी.
अभी भी मुझे संकोच हो रहा था कि मैं अपनी चूत में अपने भाई का लंड कैसे ले सकती हूँ.
उधर मेरा भाई अब भी मेरी हां का इन्तजार कर रहा था.

मैं फोन पर व्हाट्सैप चलाने लगी.
मुझे ऑनलाइन देख कर मेरे भाई ने मुझे हैलो लिखा.
मैंने भी उसे हाय लिखा.

तभी उसका मैसज आया- चांदनी आई लव यू!
मैंने कुछ देर सोचा, फिर जवाब लिखा- तुम्हारी पत्नी चांदनी आज रात, सुहागरात मनाने के लिए इन्तज़ार कर रही है.

मेरा भाई खुश हो गया और उसने रात को मुझे चोदने की हामी भर दी.
मुझे इस सब में अब भी अच्छा नहीं लग रहा था.
मगर चूत की कुलबुलाहट और पति की तरफ से हरी झंडी मिलने से मैं चुदने को बेकरार हो गई थी.

रात में मैंने लाल रंग की साड़ी पहनी हुई थी और अन्दर काले रंग की ब्रा और पैंटी.
सब के सोने के बाद भाई अन्दर आया. मुझे देखकर वो बहुत खुश हुआ.

मेरे पास आकर बैठा और मेरे पैरों पर हाथ फिराने लगा,फिर उसने मुझे पकड़ा और मेरे होंठों पर किस करने लगा.

मुझे अच्छा नहीं लग रहा था. मैं बस अपने पति के लिए कर रही थी.

वो मेरे होंठों को बहुत देर तक चूसता रहा.
फिर उसने मेरी साड़ी खोल दी और मेरे पेटीकोट को ऊपर करके मेरी जांघों पर हाथ फिराने लगा.
उसने मुझे पूरी नंगी कर दिया और मेरे भरे हुए दूध चूसने लगा.

उसने मेरे मम्मों को चूस चूस कर एकदम लाल कर दिया था.
अब मुझे भी अच्छा लगने लगा.

मैंने उसका सर उठाया और उसके होंठों को चूसकर अपने ऊपर लेटा लिया.
अब मैं भी चुदने के लिए पागल सी हो गयी थी.

वो मेरी चूत में उंगली करने लगा.
मेरी चूत गीली हो गयी थी.

मैंने उससे कहा- जान अपनी पत्नी की चूत नहीं पियोगे?
इतना सुनते ही उसने मेरे पैर ऊपर उठा कर चौड़ा दिए और मेरी चूत पीने लगा.

अब हम दोनों पति पत्नी जिस्म से भी बन चुके थे.

मैंने पैरों से उसे अपनी चूत पर दबा लिया.
उसके मुँह में मैंने दो बार पानी छोड़ा.

उसने कहा- तुम भी मेरा लंड पियो ना जान!
मैंने मना किया तो उसने मेरे मुँह में अपना लंड डाल दिया और मेरे मुँह की चुदाई करने लगा.

दस मिनट तक मेरा मुँह चोदने के बाद उसने अपना लंड मेरी चूत पर रखा और जोर से अन्दर डाल दिया.

उसका लंड मेरी चूत में हाहाकार मचाने लगा.
मुझे मीठा दर्द होने लगा.

उसने जोर जोर से मेरी चूत चुदाई शुरु कर दी. उसने अलग अलग पोजीशन में 20 मिनट तक मेरी चुदाई की और अपना वीर्य मेरी चूत में ही छोड़ दिया.

वो चुदाई करके वापिस अपने कमरे में जा रहा था तो मैंने कहा- आज से तुम अपनी पत्नी के पास ही सोया करोगे. घर वालों को मैं कुछ भी बोल दूंगी.
ये सुनकर वो खुश हो गया.

उस रात उसने मेरी 5 बार चुदाई की.
अब रोज जब भी उसे मौका मिलता है, भाई पोर्न सिस्टर सेक्स करता है मेरे साथ!

कुछ दिनों बाद उसकी पत्नी वापस आ गई.

एक रात जब वो मेरी चुदाई के लिए, मेरे कमरे में आया तो मेरी भाभी ने उसे देख लिया और उसने हम दोनों को चुदाई करते हुए पकड़ लिया.

वो मुझे और उसे गालियां देने लगी.
उसने धमकी दी कि वो सबको हमारे रिश्ते के बारे में बता देगी.

मेरे भाई ने उसे किसी तरह मना लिया.
अब हम दोनों का एक साथ सोना मुश्किल हो गया.

वो बोला- तेरी भाभी मान नहीं रही है.

मैंने उससे हम दोनों को एक साथ चोदने के लिए कहा.
भाई राज़ी था.

मैंने भाई के साथ मिल कर भाभी की थ्रीसम चुदाई का प्लान बनाया.

उस दिन मैंने भाभी को अपने कमरे में बुलाया और उससे चुदाई की बातें करने लगी.

वो बड़ी ही कामुक महिला थी.
उसने मुझसे कहा- दीदी आपको जीजा के लंड के बिना अच्छा नहीं लगता होगा न?
मैंने हंस कर कहा- हां … पर क्या किया जा सकता है. तुमको अपनी ननद का दुःख कहां देखा जाता है?

वो बोली- आप क्या चाहती हो दीदी?
मैंने कहा- वो सब बाद में बताती हूँ.

वो बोली- बाद में क्या बताओगी. जब चूत में आग अभी लगी है तो लंड कहां से लाओगी?
मैंने उससे मजाक करते हुए कहा- लंड न सही चूत से ही काम चला लूंगी.

भाभी हंसने लगी.
फिर मैं उसे पकड़कर किस करने लगी और उसकी चूत में उंगली डाल दी.

अभी भाभी गर्म हो चुकी थी.
वो बोली- दीदी एक साथ चुदना चाहो तो चुदवा लो.
मैंने कहा- हां भाभी अपने पति को बुला लो हम दोनों एक साथ एक ही लंड से चुदवा कर मजा ले लेंगे.

मेरा भाई पहले से ही इन्तजार कर रहा था, वो अन्दर आ गया.
तभी भाभी दूर हट गई और नजरें चुराने लगी.

भाई ने उसे बिस्तर पर पटका और चूत चाटने लगा.
मैं भी उसके दूध पीने लगी.

भाभी गर्म होने लगी, तो भाई ने अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया.
कुछ मिनट के बाद भाई ने अपना माल उसकी चूत में डाल दिया.

मुझे भी भाई से चुदाई करवानी थी.

जैसे ही उसने अपना लंड बाहर निकला, मैंने उसका लंड मुँह में ले लिया.
भाई के लंड पर दोनों का माल लगा हुआ था, जिसे मैंने चाट लिया.

अब भाभी भी हमारा साथ दे रही थी. उसने मेरी चूत चूसना शुरु कर दी.

अब मेरी चुदाई की बारी थी.
भाई ने अपना लंड मेरी चूत में पेला और मुझे चोदना शुरु कर दिया.

कोई बीस मिनट तक चोदने के बाद वो झड़ने वाला था.
मेरा भी दो बार पानी निकल चुका था.

भाई ने अपना लंड निकाल कर मेरे मुँह में डाल दिया और अपना वीर्य मेरे मुँह में छोड़ दिया.

अब हम तीनों मिलकर चुदाई करते हैं.