इजहार न कर पाने का इकरार

सेक्स किया मैरिड गर्लफ्रेंड के साथ! इस स्टोरी में पढ़ें कि मेरी एक दोस्त लड़की जो मुझे पसंद करती थी, मेरी वजह से उसकी शादी मेरे दोस्त से हो गयी. एक बार जब मैं उस दोस्त के घर गया तो …

हाय फ्रेंड्स, अन्तर्वासना पर मैंने बहुत सी कहानियां पढ़ी हैं. मुझे इस तरह की सेक्स कहानी पढ़ कर बहुत मजा आता है. ख़ास तौर से जब कोई भाभी की चुदाई की कहानी पढ़ने को मिल जाती है. मैं उस दिन पक्के में दो तीन बार मुठ मार कर खुद को शांत कर पाता हूँ.

आज मैं भी अपनी एक सच्ची मैरिड गर्लफ्रेंड सेक्स स्टोरी आप लोगों के लिए लिख रहा हूँ.

मेरा नाम हर्ष है. मैं अहमदाबाद गुजरात में रहता हूँ. मेरी एक फ्रेंड थी उसका नाम जिया था. वो बहुत ही सुंदर और सेक्सी थी. हम बचपन से साथ पढ़ रहे थे. उसका और मेरा काफी क्लोज़ फ्रेंडशिप था. जब मैं बारहवीं क्लास में था, ये तभी की बात है.

हमारे घर के पास एक दूसरा लड़का भी रहता था, जिसका नाम विनोद था. विनोद मेरा अच्छा दोस्त था.

जिया विनोद को भी जानती थी. विनोद ने उसे प्रपोज किया था मगर जिया ने उस वक्त उससे कुछ नहीं कहा.

फिर वो मेरे पास आई और मुझसे विनोद के बारे में पूछने लगी- वो कैसा लड़का है?
मैंने बोला- बिल्कुल सही लड़का है.

अभी हम दोनों बात ही कर रहे थे कि तभी विनोद भी पास में आ गया. उसे देख कर जिया चुप होकर थोड़ी दूर हो गई.

विनोद मुझसे कहने लगा कि तेरा और उसका (जिया) का कोई चक्कर तो नहीं है?
मैंने बोला- नहीं यार, हम दोनों सिर्फ़ क्लोज़ फ्रेंड हैं. वो मुझे तेरे बारे में पूछ रही थी. मैंने उससे तेरी तारीफ़ की है.
विनोद खुश हो गया और उधर से चला गया.

अब दोनों की (जिया और विनोद) का लव अफेयर चालू हुआ और उन्होंने शादी भी कर ली.

उनकी शादी के बाद मैं भी उनके घर गया, उस वक्त तक पर मेरे मन में जिया को लेकर कोई बुरा ख्याल नहीं आता था. हम दोनों की दोस्ती अब भी जारी थी.

फिर वे लोग दूसरे शहर में शिफ्ट हो गए थे.

विनोद और जिया की शादी करीब तीन साल बाद की बात है. उस समय मैं अपने फ्रेंड की शादी में गया था. उस दिन मैं उसके घर पर गया था.
उस दिन जिया ने मुझसे एक बात कही जो मुझे एकदम से हतप्रभ कर गई.

उसने मुझसे कहा- हर्ष, मैं बचपन से ही तुमसे बहुत प्यार करती थी. मगर तुमने मुझसे काफी कुछ कहा ही नहीं.
मैं चौंक गया था.

मैंने उसकी तरफ देखा और उससे कहा- अपनी शादी के तीन साल बाद आज तुम मुझसे ये क्या कह रही हो. तुम मेरी सबसे अच्छी फ्रेंड हो और मैंने तुमसे कभी भी ये नहीं चाहा था कि हमारी दोस्ती प्यार में बदले. वास्तव में मुझे कभी ख्याल ही नहीं आया कि तुम मुझसे प्यार भी करती हो.

वो मेरी तरफ देख कर कुछ अजीब तरीके से देखने लगी.

फिर अचानक न जाने जिया को क्या हुआ, उसने ‘उह ..’ कहते हुए अपने सारे कपड़े उतार दिए और मुझसे चिपक कर किस करने लगी.

मैं समझ ही नहीं पाया कि ये क्या हुआ. मगर मैं भी आदमी हूँ यार. मेरी नजरों के सामने जिया का भरा पूरा नंगा जिस्म आया तो मुझसे खुद पर से कंट्रोल छूट गया और मैं भी उसको किस करने लगा.

अगले एक मिनट में ही उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और नीचे बैठ कर मेरे लंड को अपने मुँह में लेने लगी.

मेरा लंड साढ़े छह इंच लम्बा और ढाई इंच मोटा था. उस समय मेरा लंड खड़ा ही नहीं हो पाया था. मगर जैसे ही जिया ने लंड चूसना शुरू किया, तो मानो मेरे तनबदन में आग सी लग गई और मैं मीठी आह के साथ जिया से अपना लंड चुसवाने लगा.

मेरी मैरिड गर्लफ्रेंड ने मेरे लंड को चूसते हुए मेरे गोटों को सहलाया फिर उन पर जीभ फिराई तो मैं बहक गया और उसी पल मैंने उसकी एक चूची को पकड़ लिया और उसे मसलने लगा. मैंने उसके मम्मे को जोर से मसला, तो वो ‘ऊऊओह ऊऊह ..’ करने लगी.

अब मैंने उसको उठा कर बेड पर लेटा दिया और उसकी बुर पर अपनी जीभ फेरने लगा. उसके मुँह से मादक सिसकारियां निकलने लगीं- ओह मेरे राजा आह खा लो … आह इतने दिन से कहां थे … ओहो अब नहीं सहा जाता मुझे प्यार करो!

मैंने भी मैरिड गर्लफ्रेंड की चुदाई करने का मन बना लिया था. मैं अब इतनी जल्दी उसे चोदने वाला नहीं था. मैंने जिया के मम्मे दबाते हुए उसकी चुत को जीभ से चोदना शुरू कर दिया.

वो अपनी गांड उठाते हुए मेरे मुँह पर चुत दबाने लगी. उसकी तेज आवाजों से कमरे का माहौल एकदम गर्म हो गया था. वो लगातार सीत्कार भरते हुए चुत उठा रही थी.

तभी अचानक उसके शरीर में ऐंठन होने लगी. मैं समझ गया कि जिया अब झड़ने वाली है. मैं उसकी चुत से अपना मुँह लगाए रहा. अगले कुछ ही पलों में जिया के कंठ से तेज आवाज निकली और वो शिथिल होती चली गई. उसकी चुत से पानी का झरना फूट पड़ा, जो मेरे गले को तर करने में लगा हुआ था. मैंने भी जिया की चुत का पूरा पानी पी लिया और उसकी चुत झड़ने के बाद भी उसे चाटता रहा.

वो आंख बंद करे टांगें फैलाए पड़ी थी उसका एक हाथ मेरे सर पर था और वो हल्के हल्के स्वर में कराह रही थी.

फिर मैंने उसे देखा, तो वो मुस्कुरा रही थी.

उसने मेरे बाल खींच कर मुझे ऊपर आने का इशारा किया. मैं उसकी चूचियों से होता हुआ उसके ऊपर चढ़ गया. उसने मेरे मुँह से अपना मुँह लगा दिया और खुद अपनी चुत के रस से सने मेरे मुँह को चाटने लगी.

दोस्तो, ये एक ऐसा पल होता है जो किसी भी प्रकार की घृणा से मुक्त होता है. इस समय सिर्फ और सिर्फ प्यार ही होता है जो हम एक दूसरे से जता रहे थे.

जिया ने मुझे अपने सीने से लगा लिया और रोने लगी.
मैंने उसके दिल की धड़कने सुनी और खुद को उसकी बांहों में समर्पित कर दिया.

एक मिनट बाद मेरी मैरिड गर्लफ्रेंड जिया ने अपनी आंखें खोलीं और कहा- अब मेरी बारी है.

मैंने उसकी लालसा को समझ लिया. मैं उठ कर बिस्तर पर लेट गया और जिया उठ कर मेरे लंड पर आ गई. उसने लंड को सहलाया और झुक कर लंड को चाटने लगी.

उसके मुँह से अपना लंड चुसवाने में मेरा कलेजा मुँह में आने लगा था. वो साली इतना जबरदस्त लंड चूसती थी, ये मुझे मालूम ही नहीं था. यदि पहले मालूम होता तो अब तक न जाने कितनी बार उसके मुँह की चुदाई का मजा ले चुका होता. मेरे मुँह से मादक कराहें निकलने लगी थीं. मेरी आवाजें सुनकर जिया मस्त हो गई उसके हाथ मेरे लंड पर और भी मस्ती से चलने लगे.

फिर जिया ने कहा- मजा आ रहा है मेरी जान?
मैंने कहा- मजा नहीं .. परम सुख मिल रहा है जिया. सच में मुझे मालूम ही नहीं था कि तुम इस मस्ती से लंड चूस लेती हो.

जिया हंस कर लंड चूसते हुए बोली- यदि पता होता, तो क्या करते?
मैंने कहा- अब तक तो तुम्हारे मुँह को हजार बार चोद चुका होता जिया जान.

जिया- साले, सिर्फ मुँह में लंड डाल का चुदाई नहीं होती. ये तो सिर्फ तुमको मजा देता. मुझे तो अपनी चुत में तेरा लंड लिए बिना राहत ही न मिलती.
मैंने कहा- तो चल रानी अब चित्त हो जा .. आज तेरी चुत को अपने लंड का सुख दे देता हूँ.

जिया झट से लंड चूसना बंद किया और बिस्तर पर चित होकर लेट गई.

मैंने भी चुदाई की पोजीशन सैट की और लंड का सुपारा चुत की फांकों में फिट कर दिया. जिया ने लंड का टच चुत पर पाया तो नीचे से गांड उठा दी और इधर मैंने दाब दे दी. लंड चुत के अन्दर सरसराता हुआ घुसता चला गया. मेरा लंड मोटा लम्बा है, तो जिया की चुत में फंस कर जा रहा था. इससे जिया को भी दर्द हुआ और वो चीख पड़ी.

जिया- आह हर्ष … धीरे … तेरा बहुत मोटा है.
मैंने लंड रोकते हुए उसे चूमा और पूछा- क्यों तेरे खसम का पतला है क्या?
वो गाली देने लगी- मां का लौड़ा नामर्द है साला … मेरी चुत में जाते ही खलास हो जाता है.

मैंने फिर से ठोकर मारी और अपना पूरा लंड जिया की चुत में पेवस्त कर दिया.

जिया की फिर से कराह निकल गई और मैं उसे चूमने और सहलाने लगा. जिया कुछ देर बाद सामान्य हो गई और हम दोनों की चुदाई शुरू हो गई.

कुछ ही देर बाद जिया ने नीचे से अपनी गांड उठा उठा कर लंड लेना शुरू कर दिया.

मैंने भी ताबड़तोड़ धक्के देना शुरू कर दिए. मैं जिया के दोनों मम्मे मसलता हुआ उसकी चुदाई कर रहा था.

फिर मैंने जिया की चुत से लंड खींचा और उसको कुतिया बन जाने का इशारा किया. जिया झट से कुतिया बन गई और मैंने पीछे से लंड पेल कर उसकी चुत में अन्दर तक उसे लंड का अहसास देना शुरू कर दिया.

जिया लगातार सिस्कारियां भर रही थी. मैंने उसकी पीठ पर लदते हुए उसकी चूचियों को पकड़ लिया और चूचियों को मसलते हुए उसकी चुत का भोसड़ा बनाना शुरू कर दिया.

कुछ ही देर में उसका काम तमाम हो गया. वो एकदम से शिथिल हो गई. मैं अभी बाकी था तो लगातार उसकी चुदाई करता रहा. कुछ बीस धक्कों के बाद मैं भी झड़ने को हो गया.

मैंने जिया से पूछा- किधर निकलूं?
जिया बोली- मुझे अन्दर ही लेना है.

मैं उसके अन्दर ही झड़ गया. वो तृप्त हो गई, मैं भी उससे चिपक गया.

इसके बाद जिया ने मुझे अलग किया और हम दोनों ने आपस में बात की.

मैंने जिया से उसकी चुदाई को लेकर सवाल पूछना शुरू किया.

जिया ने बताया- मुझे तुमसे प्यार था, मगर जब तुमने उस दिन विनोद से कहा कि तुम्हारे मन में मेरे लिए कुछ भी नहीं है, तुम सिर्फ मेरे फ्रेंड हो. तो मैं उदास हो गई. इसी के बाद मैंने विनोद से शादी करना स्वीकार कर लिया. मेरा अपने पति विनोद से बेवफ़ाई करने का कोई इरादा नहीं था. मगर उसके साथ शारीरिक सुख का न मिल पाना मेरे लिए एक दुःख का सबब था. तब भी मैंने उसके साथ धोखा करने का कभी नहीं सोचा. पर जब मुझे औलाद नहीं हुई तो मुझे निराशा होने लगी और मैं विवश हो गई कि किसी दूसरे के साथ सम्बन्ध बनाऊं. तुम मेरे सबसे करीब थे. इसलिए मैंने तुमसे ही बच्चा लेने का सोचा.

इतना बोल कर जिया चुप हुई, तो मैंने उसे चूमा और उसे भरोसा दिलाया कि मैं तुम्हारा हमेशा साथ दूंगा.

फिर हम दोनों सामान्य होकर बातें करने लगे.

मैंने उससे मजाक में पूछा- तुम इतना अच्छा कैसे चूसना सीख गई?
वो हंस पड़ी और बोली- विनोद मेरे ऊपर चढ़ने से मानता नहीं है और कुछ कर पाता नहीं है तो मैंने उसे चूस कर ही शांत करना सीख लिया था. इससे मुझे आग नहीं लग पाती है और वो भी खुश हो जाता है.

मैंने एक बार फिर से उसे चुदाई के लिए कहा, तो वो झट से राजी हो गई. हम दोनों ने फिर से धमाकेदार सेक्स किया और अलग हो गए.

एक माह बाद उसका फ़ोन आया फिर से मैं उसके घर गया और अपनी वही चोदमचोदी चालू की … और उसके बाद हम करते रहे.

एक दिन मेरी मैरिड गर्लफ्रेंड का आया फ़ोन और उसने कहा- मैं प्रेगनंट हूँ.

तब मैंने नौ महीने का इन्तजार किया … और उसका बच्चा हुआ.

और मैं जब उसके घर गया तो वो अपने और मेरे बच्चे को दूध पिला रही थी.

मेरा मन उसकी चुदाई का था तो मैंने उससे कहा- चलो … अभी मजा करते हैं!
लेकिन मेरी आशा के विपरीत उसने मुझे मना कर दिया.

उस समय मेरी एक ही इच्छा थी कि मैं उसके बूब्स का दूध पियूं; और उसकी खुली हुई चूत में अपना लंड डालूं. पर उसने इंकार कर दिया.

तो दोस्तो, मैं अपनी मैरिड गर्लफ्रेंड को कैसे दोबारा सेट करूं? ताकि मेरी इच्छा पूरी हो. उसका उत्तर मुझे मेरे ईमेल आई डी पे लिखें.

दोस्तो, आपको मेरी मैरिड गर्लफ्रेंड सेक्स स्टोरी कैसी लगी, प्लीज़ कमेंट्स करके बताएं.