रियल मासी की जोरदार चुदाई

सगी मासी सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं अपनी सगी मासी के घर रह कर जॉब कर रहा था. मौसा शिपिंग कम्पनी में थे, साल में एक दो बार घर आते थे.

नमस्कार दोस्तों, मैं अभय अभी मेरी उम्र बाइस साल की है. मेरी हाइट छह फिट की है और गठीला बदन है.

मैं गुजरात से हूं और पिछले छह महीने से अपनी मासी के घर रह रहा हूं. मैं जॉब के लिए यहां आया था.

यह रियल मासी सेक्स कहानी है.

मेरे मासी के पति किसी जलयान कम्पनी में काम करते हैं. वो छह महीने में एक बार घर आ पाते हैं.

मासी के घर में मेरे और मासी के अलावा उनकी सास और उनका लड़का सोनू ही था.
सोनू अभी छोटा था और सास बीमार रहती थीं.

मौसा ने घर अच्छा बना रखा था. उनके घर में दो कमरे और एक हॉल है.

मैं आपको अपनी मेरे मासी के बारे में बताऊं, तो वो 34 साल की हैं. उनका रंग सांवला है लेकिन बदन बहुत सेक्सी है. मासी के 34 इंच के मम्मे 30 इंच की कमर और 38 इंच की गोल गांड काफी बाहर को निकली हुई है.

मेरी मासी के तने हुए मम्मे और बाहर को निकली गांड से आपको उनकी मदमस्त फिगर का अंदाजा हो गया होगा कि उनकी बाकी की बॉडी कैसी होगी.

मासी मेरा खूब ख्याल रखती थीं. मासी ने मुझे रहने को एक अलग कमरा दे दिया था.
एक कमरे में वो सोती थीं और दूसरे कमरे में मैं. उनकी सास बाहर हॉल में सोती थीं.

सोनू कभी मासी के पास तो कभी मासी की सास के साथ सो जाता था.
हमारे बीच सब नॉर्मल चल रहा था.

एक रात को करीब एक बजे मेरी नींद खुली, तो मैं पानी पीने रसोई में गया.

रसोई में जाने से पहले मुझे किसी के रोने की आवाज आई.
मैंने तुरंत लाइट ऑन की और देखा तो मासी रसोई में खड़ी सुबक रही थीं.

मैं मासी के पास गया और उनसे पूछा- क्या हुआ मासी … आप क्यों रो रही हो?
मुझे देख कर मासी ने रोना बंद कर दिया और मुझे कुछ भी बताने से इंकार कर दिया.

मैंने जब जोर दिया तो उन्होंने बताया कि एक लड़का उसे परेशान कर रहा है. उसने मुझसे व्हाट्सैप पर दोस्ती की और मस्ती के लिए बात करना चालू कर दिया.

मैंने पूरी बात समझी तो मालूम हुआ कि उस लड़के ने मासी की कुछ फोटो हासिल कर ली थीं और उनको फोटोशॉप से अश्लील बना कर वो मासी को चुदाई के लिए ब्लैमेलिंग करने लगा था.

तब मैंने मासी धीरज दिया और उस लड़के की जानकारी मांगी.
मासी ने अपना मोबाइल दे दिया कि इसमें उसका मोबाइल नम्बर है.

मैंने मासी के मोबाइल से उस लड़के का नंबर निकाल लिया और अगले दिन उसको खोज कर अपने दोस्तों के साथ मिल कर अच्छे से उसकी धुलाई की.
उसके मोबाइल से मासी के सारे फोटो और नंबर डिलीट करवा दिए और उसे चेतावनी दे दी कि यदि तूने फिर से मेरी मासी को परेशान किया … तो पुलिस में रिपोर्ट कर दूंगा

वो डर गया और उसने माफी मांगते हुए मासी को कॉल ना करने की कसम खा ली.

शाम को मैंने घर पहुंच कर मासी को सारी बात बताई और उनसे निश्चिंत होने को कहा.
मासी ने भी राहत की सांस ली.

दूसर दिन देर रात को अचानक मेरे रूम का दरवाजा खुला, मैंने तुरंत मोबाइल का फ़्लैश जलाया, तो देखा मासी मेरे रूम में थीं.
वो मेरे बेड के पास आईं और मुझे गले लगाकर मुझे शुक्रिया कहने लगीं.

मैंने मासी को अपने बिस्तर पर बिठाया.
मासी ने कहा- तुमने मुझे बहुत बड़ी समस्या से निजात दिला दी है. यदि तुम नहीं होते तो न जाने मेरा क्या होता.
ये कहते हुए मासी ने मुझे गले से लगा लिया.

आज पहली बार मेरी मासी के दूध मेरे सीने से छू रहे थे, तो मेरी बॉडी में करंट सा लगा.
मुझे अच्छा लगने लगा था तो मैंने भी मासी को गले से लगा लिया और उनकी पीठ सहलाते हुए कहा- आपको मेरे होते हुए ज़रा भी परेशान होने की जरूरत नहीं.

वो भी मेरी पीठ पर अपने हाथ फेर रही थीं.

फिर मैंने मासी से पूछा कि उनको ये सब करने की क्या जरूरत पड़ी. किसी अनजान लड़के से दोस्ती करना क्या जरूरी था!

मासी उदास होकर बोलीं- मैं तुझसे सब सच बता देना चाहती हूँ. तेरे मौसा तो साल में एक बार घर आते हैं. मैं एक जवान औरत हूं … और मेरी भी कुछ जरूरतें हैं, इसलिए मैं उस लड़के से अपनी जरूरतों को पूरा करने की कोशिश कर रही थी. बस इसी चक्कर में उस बदमाश से फंस गई.

मासी की आंखें भर आई थीं. उनकी आंखों में पानी के साथ साथ एक चाहत भरी नजर भी दिख रही थी.

मैंने फिर से मासी को गले लगा लिया और उनके कान में कहा- मासी, आप बाहर क्यों किसी से अपनी जरूरतें पूरा करने की सोचती हैं. आपके घर में मैं हूं ना!
मेरी बात सुनकर मासी ने भी मुझे जोर से गले लगा लिया और पूछा- तू पूरा करेगा मेरी जरूरतें!

मेरे लौड़े ने तुरंत सलामी दे दी और मैंने मासी का चेहरा हाथ में ले लिया.
मासी मेरी आंखों में देखने लगीं.

मैंने अगले ही जोरों से उनके होंठों को चूमते हुए कहा- मासी आज से मैं आपका मर्द हूं.
मासी ने ख़ुशी से मेरे चुम्बन का जवाब चुम्बन से दिया और जोर से मेरे होंठों को अपने होंठों में दबा लिया.

हम दोनों ने एक दूसरे के होंठों को चूमने का मजा लेना शुरू कर दिया. पांच मिनट बाद हम दोनों अलग हुए.

मासी मेरी तरफ देखते हुए बोलीं- मेरे मर्द … मेरे राजा … आज मेरी सारी प्यास बुझा दो. मैं आज से सिर्फ तेरी हूं, ऐसे चोद दे मुझे कि मुझे किसी की जरूरत ही ना पड़े. बना ले मुझे अपनी रंडी. चोद दे मुझे जल्दी से … मैं बहुत प्यासी हूं.

ये कहते हुए मासी ने एक हाथ मेरे लंड के ऊपर रखा और पैंट के ऊपर से ही लंड को रगड़ने लगीं.

मैं भी मासी से लग गया और हम दोनों ने अगले दस मिनट तक एक दूसरे के अंगों को सहला कर, मसल कर किस आदि करते हुए निकाले.
अब हम दोनों वासना की आग में जलने लगे थे.

हम दोनों अलग हुए और मासी ने मेरी टी-शर्ट उतार दी, पैंट खोल दिया. मुझे केवल चड्डी में कर दिया.

इसके बाद मासी ने अपने ब्लाउज के बटन खोल दिए और साड़ी उतारने लगीं.
मैंने उनकी मदद की.

जल्द ही मेरी मदमस्त मासी सिर्फ ब्रा और पैंटी में मेरे सामने थीं.
मैंने पहली बार किसी औरत को सामने से नंगी देखा था.

मासी मेरे पास आईं और मुझे ब्रा का हुक खोलने को कहा.
मैंने तुरंत मासी को अपनी बांहों में भर लिया और उनकी ब्रा का हुक खोल दिया.

मासी की ब्रा उतरी, तो मेरी आंखें फटी की फटी रह गईं.
मैंने मासी के पपीते जैसे मम्मे देखे तो मैं तो मानो बौरा गया था. मैंने तुरंत मासी के दोनों दूध हाथ में पकड़ लिए और दबाने लगा.

मासी मादक सिसकारियां लेने लगीं- अह अह … अभय चूसो … आह मैं बहुत प्यासी हूँ.
ऐसे बोलते हुए मासी ने अपना एक दूध मेरे मुँह में दिया.

मैंने प्यार से चूसना चालू कर दिया. बारी बारी से मैंने मासी के दोनों दूध जमके चूसे.
मासी भी मजे से सिसकारियां ले रही थीं. साथ ही वो अपने एक हाथ को मेरे अंडरवियर में डालकर मेरा लंड सहला रही थीं.

कुछ देर बाद मासी ने मुझे लेटने को कहा. मैं चित लेट गया.

मासी ने मेरा अंडरवियर निकाला और मेरा लंड प्यार से पकड़ते हुए बोलीं- अरे वाह इतना बड़ा लंड … मैंने तो उम्मीद ही नहीं की थी कि तेरा लौड़ा इतना बड़ा होगा.
मैंने पूछा- क्यों मौसा का कितना बड़ा है?
वो हंस कर बोलीं- तेरे मौसा का लंड तेरे लंड से तो काफी छोटा है.

मैंने कुछ नहीं कहा.

तभी मासी लंड पर झुकीं और मेरा लंड मुँह में लेकर प्यार से चूसने लगीं.

मैं भी कामुक सिसकारियां भरने लगा- अह अह मासी … और जोर से चूसो अह अह!
मासी ने लंड को मुँह से बाहर निकाल कर कहा- अभय मुझे मासी नहीं, पुष्पा बोल … मैं तेरी पुष्पा रांड हूँ.
मेरी मासी का नाम पुष्पा है.

मैं मजा लेने लहा- आह पुष्पा रानी और जीर से लंड चूसो … अहह अह … पुष्पा.

दस मिनट तक लंड चूसने के बाद मासी बोलीं- अभय, अब मुझसे रहा नहीं जाता, जल्दी से चोद दे मुझे.

मैंने मासी को तुरंत लिटाया और मैं मासी के दोनों पैरों के बीच जा बैठा.
मासी की पैंटी पूरी गीली हो चुकी थी … मैंने एक झटके में उतार दी. मासी की चूत पर हल्के हल्के से बाल थे जो चूत की शोभा बढ़ा रहे थे.

मैंने तुरंत मासी की चूत पर अपने होंठ रखे और चुत चूमने लगा. चुत की फांकों को अपनी जुबान से चाटने लगा.

मासी गनगना उठीं और गर्म सिसकारियां भरने लगीं- आह जोर जोर से चूस ले … अह अह अभय … चुत की मां चोद दी तूने.
वे अपनी गांड उठाने लगीं, अपने हाथों से मेरा सर अपनी चुत पर दबाने लगीं.

अगले ही पल मासी की चूत से रस निकलने लगा था. मासी की चुत के रस का स्वाद कसैला और नमकीन सा था.
मैंने पूरा माल चाट कर चुत को साफ़ कर दिया.

ऐसे ही कुछ मिनट तक मैंने मासी की झड़ी हुई चुत को चाटा, तो मासी की चूत फिर से गर्मा गई.

मासी से अब सब्र नहीं हो रहा था, वो बोलीं- मेरे राजा अब मुझे मत सता … बस जल्दी से लंड पेल दे और मेरी चुत चोद दे … मेरी चूत की प्यास बुझा दे. देख न तेरी जान कितना तड़प रही है … आज मुझे तू रंडी की तरह चोद दे.

मासी ने खुद मेरा लंड पकड़कर अपनी चूत पर रखा और मुझे धक्का मारने को बोलीं.
मैंने तुरंत जोर से धक्का दे मारा. मासी की चूत बहुत टाइट थी, बहुत दिन से चुदी नहीं थी.

मेरा लंड जाते ही मासी की जोर से चीख निकल गई.
मासी ने खुद अपने एक हाथ को मुँह पर रखकर चीख दबा दी.
फिर कराहते हुए बोलीं- आह और चोद … चोद दे मेरे राजा … बड़ा अन्दर तक पेल रहा है … आह रंडी बना ले मुझे … पूरा लंड पेल दे.

मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी और जोर जोर से लंड चुत में पेलने लगा.

दस मिनट की चुदाई में मासी की चूत कुछ ज्यादा ही गीली हो उठी थी. हम दोनों मस्ती भरी सिसकारियां लेते हुए चुदाई का मजा ले रहे थे.
मासी एक बार झड़ चुकी थीं लेकिन मैं लगा रहा.

दस मिनट मासी की चुत ताबड़तोड़ चोदने के बाद में मासी के ऊपर ही गिर गया.

मेरी सांसें तेज़ चल रही थीं. मेरा लंड मासी की चुत में बहने लगा था.
एक मिनट बाद मासी ने मुझे अपने ऊपर से हटाया और उठ गईं.

वो मेरे ऊपर आकर मेरे कान में बोलीं- आज से पहले मैं ऐसी कभी नहीं चुदी … तू सच में बहुत मस्त मर्द है.

हम दोनों दस मिनट तक यूं ही एक दूसरे से नंगे ही चिपक कर चूमाचाटी करते रहे.

फिर मासी ने मुझे जोर से किस किया और मेरा लंड पकड़ लिया. मेरा लंड फिर से टाइट होने लगा था. मासी ने लंड को सहलाया ओर उसको अपने चूत में सैट करके उस पर सवार हो गईं.

लंड चुत में घुसा तो मासी मजे से अपनी गांड को ऊपर नीचे करने लगीं.
एक बार फिर से मासी के मुँह से चुदाई की मधुर लहरियां गूंजने लगीं- अह अह अभय … मेरे राजा … मस्त लंड है तेरा मजा आ गया.

मासी की कामुक आवाजें मेरी उत्तेजना बढ़ा रही थीं.
मैंने भी अपने हाथ मासी की गांड पर रख दिए और उन्हें पकड़ कर चुदाई में उनकी मदद करने लगा.
मासी की बड़ी सी गांड को मैं थप्पड़ भी मार रहा था, जिससे मासी मजे में ‘अह अह करके सिसकारियों भर रही थीं.

दस मिनट तक चुदने के बाद मासी थक गईं और मेरे लंड के ऊपर से उठ गईं. मैंने उन्हें अपने नीचे ले लिया और धकापेल चुदाई चालू कर दी.

इस दौरान मासी एक बार झड़ गई थीं. लेकिन मैं अभी भी नहीं झड़ा था.

मैंने मासी को उल्टा लेटा दिया और उनकी पीठ को चूमने लगा. चूमते चूमते मैं उनकी गांड तक आ गया.

मैं मासी के बड़े बड़े चूतड़ों को चूमने लगा, उन पर झापड़ मारने लगा. उनकी गुदाज गांड को नौंचने लगा.

मासी की मादक सिसकारियों से मेरी उत्तेजना बढ़ती ही जा रही थी.

मैंने मासी को गांड ऊपर करने कहा. मासी ने तुरंत गांड ऊपर कर दी.

मैंने पीछे से अपना लंड मासी के चूत में डाल दिया और उनकी कमर पकड़ कर अपनी तरफ खींचा तो लंड अन्दर घुस गया.
मासी दर्द से कराह उठीं. लंड पूरा अन्दर जाने लगा था.

मैं बेदर्दी से पूरे लंड को मासी के चूत में जड़ तक पेल रहा था.

मासी भी मजे लेकर बोल रही थीं- आह मेरे राजा … और जोर से पेल … आह चुत का भोसड़ा बना दे.

मैंने करीब पंद्रह मिनट ऐसे ही धकापेल लंड पेल कर सारा पानी मासी की चूत में निकाल दिया.

हम दोनों दो बार की चुदाई में काफी थक गए थे इसलिए ऐसे ही नंगे सो गए.

सुबह सबके उठने से पहले मासी मेरे रूम से जा चुकी थीं.

जब सुबह उठकर मैं रसोई में गया, तो मासी नहा चुकी थीं. वो अपने बाल धोकर काम कर रही थीं.
मुझे देखकर वो मुस्करा दीं.
मासी के चेहरे पर संतुष्टि दिख रही थी.

मैंने भी स्माइल दे दी और अपने काम में लग गया.

अब मेरा रोज का काम मासी की चुत चुदाई का हो गया था. मेरी रियल मासी सेक्स कहानी पर आपके मेल का मुझे इन्तजार रहेगा.
अभय
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