मेरी हवस ने मुझे कॉल गर्ल बनाया-1

दोस्तो, मेरा नाम रूचि है, बहुत दिनों बाद आपके सामने हाजिर हूँ अपनी नई कहानी लेकर! मेरी स्टोरी रंडी की चुदाई को लेकर है.

आप लोग मुझे शायद भूल गये होंगे इसलिए मैं अपने बारे में फिर से बता देती हूँ, मैं कोलकाता के एक कॉलेज से बी.टेक कर रही थी जो अब खत्म हो गया है और अब मैं अपने एक फ्रेंड सुरभि के साथ रहती हूँ पी जी में… और जॉब ढूँढ रही हूँ, अब तक कोई अच्छा जॉब तो नहीं मिला है.अब अपनी सेक्सी कहानी पर आती हूँ.

सब ठीक चल रहा था. एक दिन मैं अपने मेल से सारे कहानी रीडर को जवाब दे रही थी तभी एक मैसेज मेरे सामने आया मनजीत का!
मनजीत- हेलो!
मैं- हेलो!
मनजीत- क्या हाल है?
मैं- बढ़िया… आप बताओ?
मनजीत- मैं भी बढ़िया हूँ… मैंने आपकी सारी सेक्सी कहानी पढ़ी हैं, सारी मुझे बहुत पसंद आई!
मैं- थैंक्स!
मनजीत- आप से एक बात करनी थी मुझे?
मैं- हाँ जी, बोलिए?
मनजीत- आपकी ये सारी सेक्सी कहानी रियल हैं क्या?
मैं- हाँ क्यों?
मनजीत- नहीं… आप इतनों से चुद चुकी हैं?
मैं- हाँ!
मनजीत- तब तो लगता है आपको चुदाई में बहुत मजा आता है?
मैं- हाँ बहुत ही ज्यादा!

मनजीत- ओके, अगर आप चाहो तो मैं आपको कॉल कर सकता हूँ कुछ प्लान बताने हैं पैसे कमाने के!
मैं- ओके!
और मैंने उसको अपना नम्बर दे दिया.

एक दिन शाम को मेरे मोबाइल पे किसी अज्ञात नंबर से काल आया, मैंने फोन उठाया, किसी आदमी की आवाज़ सुनाई दे रही थी- रूचि मेडम?
मैं- येस बोलिए?

अज्ञात आदमी- हय मेडम, मैं मनजीत बोल रहा हूँ. मैं आपसे कुछ बात करना चाहता हूँ अगर आपकी इजाजत हो तो?
मैं- हाँ बोलिए?
मनजीत- मेडम, आपको पैसे की ज़रूरत है क्या? जॉब नहीं मिल रही है क्या?
मैं- हाँ बिल्कुल!
मुझे ज़रूरत थी पैसों की क्योंकि बी.टेक ख़त्म होने के बाद जॉब मिला नहीं था और घर से पैसे ले नहीं सकती थी.

मनजीत- मेडम आपको बहुत सारे पैसे मिलेंगे अगर आप मेरी बात पर गौर करेंगी तो… शायद ये आपको अच्छा ना लगे लेकिन एक बार ज़रूर सोचना!
मैं कन्फ्यूज़ थी- क्या हुआ… साफ साफ बोलिए क्या है?
मनजीत- मेडम आपको सिर्फ़ 1 से 2 घंटे के लिए किसी के साथ सोना होगा इसके लिए… फोन कट करने से मेरी बात ध्यान से सुनिए… इसके आपको पैसे भी अच्छे मिलेंगे और किसको ना पता चले उसका ख्याल भी रखा जाएगा.
मैं- तुमको शर्म नहीं आती क्या बके जा रहे हो तुम? मुझे कॉल गर्ल समझ रहे हो क्या?
मनजीत- देखिए मेडम, यह तो मेरा जॉब है, अगर आप ऐसा करेंगी तो आपका भी फ़ायदा है और मेरा भी… अगर आप नहीं करेंगी तो दूसरा कोई तो करेगा. सोच लीजिये. मैं दुबारा आपको फोन करूँगा आपका क्या फैसला है, मुझे बता देना.

फिर कुछ दिन बाद उसका फोन आया.
मैं- हेलो?
मनजीत- हेलो रूचि जी, मैं मनजीत बोल रहा हूँ!
मैं- हाँ बोलिए!
मनजीत- क्या सोचा आपने?
मैं- किस बारे में?
मनजीत- मैंने जो बोला था!
मैं- मैं नहीं करना चाहती!
मनजीत- क्यों?
मैं- मेरी मर्ज़ी!

मनजीत- लेकिन फिर भी एक बार सोच लीजिए, इससे आपको दो फ़ायदे होंगे!
मैं- क्या?
मनजीत- बिना मेहनत के रोज नये नये पार्टनर भी मिल जायेंगे और बदले में अच्छे पैसे भी मिल जायेंगे.

मैं- ठीक है लेकिन मुझे डर लग रहा है.
मनजीत- किस बात का?
मैं- बदनामी का!
मनजीत- दर तो तब भी होगा जब आप किसी के साथ करती हो तो!
मैं- वहाँ की बात अलग है लेकिन कॉल गर्ल नहीं बनना मुझे!
मनजीत- मैं कहाँ बोल रहा हूँ कॉल गर्ल बनने को… मैं तो बोल रहा हूँ जो काम आप एंजाय के लिए करती हैं, उसके बदले मैं पैसे दे रहा हूँ, वैसे भी तो आप एंजाय के लिए सेक्स करती ही हो ना…
मैं- लेकिन यहाँ जिससे सेक्स करती हूँ, उसको मैं जानती हूँ.
मनजीत- यहाँ भी मैं फोर्स नहीं करूँगा अगर सामने वाला पसंद नहीं आए तो आप वापस आ सकती हैं.
मैं- और बाद में ब्लैकमेल का खतरा?
मनजीत- नहीं, कोई भी खतरा नहीं है, जब तक मर्ज़ी है, करिए जब मर्ज़ी हो छोड़ दीजिए, मैं कभी भी फोर्स नहीं करूँगा.
मैं- ठीक है, मैं सोचूंगी, फिर बताऊँगी.

मनजीत- इसमें सोचना क्या है, आप अकेली नहीं है जो हमारे साथ कर रही हैं कोलकाता में बहुत सी कॉलेज गर्ल, ऑफिस गर्ल या हाउस वाइफ हम से जुड़ी हुई हैं, उतना तो छोड़िये, बहुत सी मॉडल भी हमसे जुड़ी हुई हैं, किसी को कोई प्राब्लम हुई है क्या आज तक?
मैं- कोई जान पहचान वाला मिल गया तो?
मनजीत- उसके लिए आप टेंशन मत लो, हमारे ज्यादातर कस्टमर इंडिया के बाहर के होते हैं, 20% ही इंडियन होते हैं.
मैं- ओके!

मनजीत- और कोई दिक्कत रूचि जी?
मैं- नो… लेकिन मैं ये नहीं कर सकती!
मनजीत- क्यों क्या हुआ?
मैं- मन नहीं हो रहा है!

मनजीत- अच्छा रूचि जी, एक बात बताओ?
मैं- क्या?
मनजीत- आपने कम से कम 15 लड़के के साथ तो सेक्स किया ही है अब तक?
मैं- हाँ…
मनजीत- उस 15 में से किसी के साथ सेक्स कर के कुछ मिला आपको एंजाय के अलावा?
मैं- नो…
मनजीत- यहाँ आपको पैसा तो मिलेगा ही, साथ में एंजाय ऐसा मिलेगा कि आप सोच भी नहीं सकती… साइज़ भी बड़ा और टाइमिंग भी ज्यादा… एक बार किसी फोरेनर के साथ करने के बाद इंडियन के साथ करने का मन नहीं करेगा… बाकी आप सोच लो!
मैं- ठीक है, मैं सोच कर बताऊँगी.
मनजीत- ठीक है, मैं बाद में आपको कॉल कर लूँगा!
मैं- ठीक है

उसके कॉल काटने के बाद मैं सोचने लगी कि क्या यह सही है? और सही और ग़लत की सोच में ना जाने कब मुझे नींद आ गई, पता नहीं चला!
फिर दो दिन उसने मुझे कॉल नहीं किया, फिर तीसरे दिन उसका फोन आया, मैंने देख कर उसका फोन नहीं उठाया और फिर डरते हुए मन से सोची कि एक बार इसकी बात मान कर देखती हूँ.
मैंने डरते डरते जिस नंबर से फोन आया था उस पर फिर से कॉल किया.

उसने फोन उठाया- हेलो!
मैं- हेलो, मैं रूचि बोल रही हूँ, आपने अभी अभी कुछ देर पहले फोन किया था?
मनजीत- हाँ… आपने क्या सोचा मैडम?

मैं- मैं तैयार हूँ ये सब करने के लिए!
मनजीत- ग्रेट मेडम! तो मुझे आपकी डीटेल्स बताइए… आपकी हाईट?
मैं- 6 फीट 1 इंच!
मनजीत- वेट?
मैं- 58 किलो!
मनजीत- अच्छा आपका बॉडी कलर, हेयर कलर… हेयर कितने लंबे हैं?
मैं- बॉडी कलर मिल्की वाइट है, हेयर ब्लैक, मीडियम लेंथ मेरे बैक तक हैं.

मनजीत- ग्रेट… आपकी आइज़?
मैं- ब्लैक…

मनजीत- आपकी फिग मेजरमेंट्स
मैं- 36-30-34
मनजीत- काफ़ी मेन्टेन किया है मेडम आपने… अच्छा आपकी ब्रेस्ट की कप साइज़?
मैं- बी
मनजीत- आपकी चुची कैसी हैं टाइट है या लूज?
मैं- टाइट हैं, बिना ब्रा के भी उठी हुई रहती हैं.
मनजीत- ऑश… वाउ जिम जाती हो क्या?
मैं- हाँ रेग्युलर!
मनजीत- तब तो इतनी फिट हो! निप्पल कलर?
मैं- पिंक!
मनजीत- निप्पल कैसे हैं, छोटे या बड़े?
मैं- ना ज्यादा छोटे ना ही बहुत बड़े… अगर ब्रा नहीं पहनती हूँ तो आसानी से पता चल जाता है कपड़ों के ऊपर से!
मनजीत- वाउ… हाँ वैसे मैंने आपकी कहानी में पढ़ा है!
मैं- थैंक्स!

यह हिंदी चुदाई की कहानी आप अन्तर्वासना सेक्स कहानीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!

मनजीत- आप जनरली क्या पहनती हैं?
मैं- जींस टॉप या मॉडर्न ड्रेस!
मनजीत- साड़ी पहनती हैं?
मैं- कभी कभी!
मनजीत- ओके.. हमारे कस्टमर की डिमांड पर अगर पहनना हुआ तो?
मैं- नो प्राब्लम!
मनजीत- ओके… सेक्स में कोई ऑब्जेक्शन जैसे सिर्फ़ आगे या सिर्फ़ पीछे?
मैं- नो… कहीं भी मुझे कोई प्राब्लम नहीं होगी!
मनजीत- मतलब आप हमारे कस्टमर के लिए पर्फेक्ट हो!
मैं- पता नहीं!
मनजीत- 100% आप पर्फेक्ट हो… बहुत जल्दी आप हमारी बेस्ट डिमांडिंग बन जाओगी.

मैं- ओके… और कुछ?
मनजीत- रूचि जी, अगर आप बुरा ना मानो तो आप अपनी कुछ पिक्चर सेंड कर सकती हैं, कस्टमर को दिखाने के लिए… फेस हटा देना लेकिन पूरी बॉडी दिखनी चाहिए फोटो शूट की तरह से… कुछ आगे से कुछ पीछे से!
मैं- मेरे पास वैसे पिक नहीं हैं.

मनजीत- अगर आप बुरा ना मानो तो हमारी मॉडलिंग एजेन्सी में आकर अपना फोटोशूट करवा सकती हो!
मैं- आना ज़रूरी है क्या?
मनजीत- नहीं भी आओगी तो नो प्राब्लम लेकिन अगर आ जाओगी तो हमें अच्छा लगेगा.
मैं- ओके बाद में कभी आ जाऊँगी, अभी बिना पिक के ही काम चलाओ!
मनजीत- ठीक है रूचि जी!
मैं- ओके थैंक्स!

मनजीत- अच्छा ठीक है मेडम, मैंने आपकी डीटेल्स तो ले ली हैं आपका कोई प्रेफरेन्स हो तो बताइए?
मैं- देखो मुझे ये सब चुपके से करना है किसी को पता नहीं चलना चाहिए, अगर कोई पहचान वाला मिल जाएगा तो?

मनजीत- टेन्शन मत लीजिए मेडम, मैं सब संभाल लूँगा, हम किसी होटल में कमरा बुक कर लेंगे और हमारे ज़्यादातर कस्टमर फॉरेनर होते हैं, वो आपको पहचान भी नहीं सकेंगे… एक बार करोगी तो बाद में कभी मिलेंगे भी नहीं! और हाँ मैडम, आज से आपका नाम रूचि नहीं रीतिका है, यहाँ आपको सब रीतिका के नाम से ही बुलाएंगे, रूचि नाम सिर्फ़ मैं जानूँगा और कोई नहीं!

मैं- ठीक है, और पैसे?
मनजीत- उसका आप टेन्शन मत लो, आपका काम होने से पहले आपको आधा पैसा मिलेगा और आधा बाद में काम होने के बाद कस्टमर खुद आपको देगा! अगर लोकल कस्टमर हो तो प्राइज़ 5000 से 8000/- है और अगर फॉरेनर है तो 14000 से 18000/-
मैं- ठीक है!
मनजीत- ठीक है मेडम, मैं आपको कस्टमर मिलने पर फिर से फोन करूँगा.

उसने फोन कट किया और मैं सोचने लगी कि ये सब ठीक किया या नहीं?
3 दिन के बाद दोपहर का मनजीत का फोन आया- गुड आफ्टरनून मेडम, आपका पहला कस्टमर मिल गया आज रात को!
मैं- आज रात को? रात को क्यूँ?
मनजीत- देखिए मेडम, ये लोग सब दिन भर काम करते हैं और रात को मज़े लेते हैं, आपको रात को ही जाना पड़ेगा.
मैं- ठीक है.
मनजीत- तो एड्रेस लिख लो.

उसने मुझे होटेल का एड्रेस दिया और वहाँ 11 बजे आने को कहा.

‘हाँ… रूम नंबर लिख लो… 418’
मैं- ठीक है.
मनजीत- मेडम जी, उसको मस्त खुश करना, यह आपकी पहली अपायंटमेंट है, बेस्ट ऑफ लक! और हो सके तो साड़ी पहन लेना!
मैं- ओके, ठीक है, मैं रात को आ जाऊँगी.

फोन काटने के बाद सुरभि जो मेरी रूममेट है, को बोली- मैं एक रिलेटिव की शादी में जा रही हूँ!
उसने कहा- ठीक है, तुम टेन्शन मत लो मैं, संभाल लूँगी, मैं होस्टल में सब संभाल लूँगी, कोई टेन्शन नहीं!
‘ठीक है…’
और मैं होस्टल से निकल गई, चुपके से और ऑटो पकड़ ली और सीधे होटेल पहुंच गई. मैं उसके कहने पर पिंक ट्रांसपेरेंट साड़ी पहनी थी और रेड ब्लाऊज जिसने मेरी चुची को कस के जकड़ रखा था और मैंने साड़ी इतनी नीची बांधी थी, जहां से मेरे चूतड़ों की दरार शुरू होती थी, इससे पेट और मेरी कमर पूरी नंगी थी. मैं सिर्फ मेरा पर्स लेकर निकली थी होस्टल से!

यह सेक्सी रंडी की चुदाई कहानी जारी रहेगी.
[email protected]

मेरी हवस ने मुझे कॉल गर्ल बनाया-2