मेरी चुदासी मौसी और मामी की चुदाई

नमस्कार दोस्तो, मैं देव हूँ और मुझे चुदाई की कहानी पढ़ने का शौक बचपन से था। अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली चुदाई की कहानी है। मेरी कहानी सुनने में अजीब किन्तु एकदम सत्य है।

बात उस समय की है जब मैं 12वीं पास करके कॉलेज में गया। उस समय मेरी उम्र 18 वर्ष थी। हमारा परिवार गांव में रहता है। वहाँ 12वीं कक्षा तक ही स्कूल है। आगे की पढ़ाई के लिए मुझे नीमच शहर जाना पड़ा, जो मेरे गांव से 25 किमी की दूरी पर है। वहाँ पर मेरे मामा का बड़ा घर है। मेरे तीन मामा हैं, जिसमें से एक मामा की शादी हो गई थी। उस समय उनकी शादी को दो साल ही हुए थे। मेरे तीनों मामा एक ही शॉप पर काम करते हैं।

मामी दिखने में एकदम सेक्सी हैं, उनका रंग दूध सा गोरा.. छोटा कद और काले घने बाल उनकी सुंदरता में चार चाँद लगा देते हैं। उनके उठे हुए बोबे.. हाय क्या बताऊँ आपको.. काफी बड़े और आकर्षक हैं।
मामा जी के घर में 5 कमरे हैं। एक में मेरी नानीजी सोती हैं, ऊपर वाले एक कमरे में मेरे दोनों मामा सोते हैं और उनके पास वाले कमरे में मेरे बड़े मामा और मामी सोते हैं।

मुझे सबसे ऊपर वाला कमरा दिया गया था। मेरी दो मौसी भी हैं। छोटी मौसी राधा की उम्र 35 साल और बड़ी मौसी किरण की उम्र 40 साल है। इन दोनों की शादी हुए कई साल हो गए थे। मेरी दोनों मौसी क्रिसमस की छुट्टी पर मामा के यहाँ आई हुई थीं। दोनों दिखने में एक नम्बर की माल थीं। इन दोनों के बोबे भी दिखने में मामी से कम नहीं थे। एकदम सुडौल और बड़े-बड़े, जिन्हें देखने की तमन्ना मेरी कब से थी।

एक दिन मेरे तीनों मामाओं को 4 दिनों के लिए बिजनेस टूर पर जाना था। मुझे क्सक्सक्स xxx मूवी देखने का मौका मिलने वाला था.. क्योंकि टीवी और सीडी प्लेयर मेरे छोटे मामाओं के रूम में ही थे।
मैं स्कूल से आते वक्त अपने दोस्त से 4-5 xxx मूवी की सीडी ले आया।

सभी मामा चले गए.. अब घर में नानीजी दोनों मौसी और मामी ही थे। वैसे तो दोनों मौसियाँ और उनके बच्चे नानीजी के साथ उनके कमरे में नीचे सोते हैं पर उस दिन मामी ने उन्हें उनके पास ऊपर सोने के लिए बुला लिया।
मुझे पता था कि अब ये सब मिलकर गप्पे मारेंगी तो मैं भी उनकी बातों का मजा लेने के लिए उसी रूम में चला गया।
मेरी छोटी मौसी थोड़ी ज्यादा सेक्सी बातें करती थीं।

वो मामी से पूछने लगीं- भैया भरपूर मजा दे रहे हैं ना आपको?
तो मामी धीरे से बोलीं- इतना तो नहीं.. पर ठीक गुजर रही है राधा जी।
राधा मौसी ने मेरी ओर देखा और कहा- बच्चे तू अभी इन सब बातों को नहीं समझेगा.. तू पास वाले कमरे में जा कर सो जा।

मैं वहां से चला गया। मैंने रूम में जाकर xxx मूवी देखना शुरू कर दिया। उसमें लड़की की चुदाई की मस्त आवाज़ आ रही थी। मैंने सोचा कि अब तो तीनों सो गई होंगी तो मैंने थोड़ा वोल्यूम तेज कर दिया।
मैं फ़िल्म देख ही रहा था कि मुझे रूम की खिड़की के पास अचानक आहट सुनाई दी। मैं चौंक गया, मैंने जल्दी से टीवी बंद कर दी और मामी और मौसियों के बारे में सोच कर करीब आधे घंटे तक मुठ मारी और सो गया।

सुबह जब मैं देर से उठा तो राधा मौसी कहने लगीं- रात में काफी देर तक टीवी देखा है ना.. मुझे सब पता है देव, तुम सेक्सी फ़िल्म देख रहे थे ना?
मैं काफी डर गया था कि मौसी ये बात किसी को बता ना दें।
मैंने उनसे कहा- सॉरी मौसी, आप ये बात किसी से बोलना मत।
तो उन्होंने कहा- नहीं बोलूंगी पर एक शर्त पर!
मैंने कहा- कौन सी शर्त?

मौसी ने जो कहा उसे सुन कर मेरे होश उड़ गए। वो कहने लगीं कि देव आज तुम्हें मुझे भी वो नंगी फ़िल्म दिखानी होगी और ये बात तुम्हारी बड़ी मौसी और मामी को भी पता चल चुकी है तो उन्हें भी ये ब्लू फ़िल्म देखनी है।
मैंने तुरंत हां कर दी। मैं मन ही मन उत्तेजित हो रहा था।

रात हुई और मैं टीवी वाले रूम में चला गया। मैंने राधा मौसी को आवाज़ दी कि सभी ऊपर आ जाओ।

नीचे से मामी ने कहा- मुझे और तुम्हारी बड़ी मौसी को थोड़ा रसोई का काम है तो हम कुछ देर से ऊपर आएंगे, अभी तुम्हारी राधा मौसी ऊपर आ रही हैं।
मैंने कहा- ठीक है आप लोग भी जल्दी आ जाना।

राधा मौसी एक पतली सी नाइटी पहने हुए रूम में आ गईं। तब तक मैं फ़िल्म लगा चुका था। वो एकदम मेरे पास बैठ गईं।

फ़िल्म में एक लड़का लड़की के बोबे चूस रहा था। ये देख कर मैं और मौसी दोनों उत्तेजित होने लगे।
राधा मौसी ने धीरे से मुझसे पूछा- तुमने तो किसी लड़की की चुत नहीं देखी होगी!
मैंने कहा- मौसी, हकीकत मैं नहीं देखी है।
उन्होंने कहा- देख जब तक तेरी मामी और किरण मौसी नहीं आती, तब तक मेरी देख ले।

उन्होंने अपनी नाइटी ऊँची करके अपनी पेंटी में हाथ डालने को कहा।

मैंने जरा भी देर किए बिना उनकी मखमली चड्डी में हाथ डाला और चुत को सहलाने लगा। मेरा लंड भी बांस की तरह खड़ा हो गया था।

राधा मौसी को मजा आ ही रहा था कि इतने में मामी की आवाज़ आई- राधाजी दरवाजा खोलिए.. हम आ गए हैं।

मैंने मामी की आवाज सुनते ही चड्डी से हाथ बाहर खींचा तो मैंने देखा कि मेरे हाथ पर बहुत सारा मौसी की चुत से निकला हुआ पानी लग गया था। मैंने तुरंत हाथ साफ किए और दरवाजा खोल दिया।

बड़ी मौसी रूम में आते ही बोलीं- देव फ़िल्म को शुरू से लगाओ.. हम लोगों ने ऐसी सेक्स फिल्म पहले कभी नहीं देखी है।
मैंने फ़िल्म को फिर से लगा दी।

फिर क्या था तीनों औरतें मेरे इर्द-गिर्द बैठ कर फ़िल्म का मजा लेने लगीं।
फ़िल्म में लड़का लड़की की चूत को चाट रहा था। मैंने तिरछी नजरों से एक-एक करके मौसियों और मामी की ओर देखा, तो तीनों फ़िल्म देखने में मस्त हो रही थीं।

अब मेरा भी लंड खड़ा हो कर चेप छोड़ने लगा था, मैं अपने होश खो रहा था।
बड़ी मौसी ने मामी से कहा- ऐसी चुदाई वाली फ़िल्म हम लोग देख तो रहे हैं.. पर अभी ना तो तुम्हारे पति हैं और ना ही हमारे। हम अपनी वासना कैसे बुझाएंगे?
इतने में मैं बोल पड़ा- मैं हूँ ना मौसी, मैं चोदूँगा आप सभी को।

यह सुन कर तीनों हंस पड़ीं और मुझे अपना लंड दिखाने को बोला।
मैं शर्माने का नाटक कर रहा था, मैंने कहा- आप तीनों को मैं अपना लंड दिखा तो दूँ.. पर मेरी एक शर्त है।

इतने में बड़ी मौसी ने पूछ ही लिया- क्या शर्त है देव?
मैंने कहा- मैं अपना लंड आप सभी को दिखा दूंगा.. पर पहले मैं आप सभी को नंगी देखना चाहता हूँ।

चूँकि सभी उत्तेजित हो चुके थे.. इसलिए सभी ने मेरी ये बात मान ली।

मैंने कहा- सबसे पहले कपड़े उतारने की बारी आप दोनों मौसियों की है।
वो सेक्स मूवी देख कर इतनी उत्तेजित हो चुकी थीं कि उन्होंने अपने कपड़े खोलना शुरू कर दिए।
राधा मौसी ने तो अपनी पूरी नाइटी उतार दी और बड़ी मौसी ने अपनी साड़ी और ब्लाउज खोल कर मुझसे अपनी ब्रा के बटन खोलने को कहा।

मेरी ख़ुशी का ठिकाना ही न था। मैंने पहली बार उनके पहाड़ जैसे बोबों के दर्शन किए। कुछ देर बाद उन्होंने अपने आप को पूरा नंगा कर दिया और मुझे अपनी चूत दिखाई।

मैंने बारी-बारी से दोनों की चूत को सहलाना शुरू कर दिया.. दोनों की चूत गीली थी। मैंने भी शर्त के मुताबिक अपनी चड्डी खोल दी। मेरा कड़क लंड देख कर बड़ी मौसी बोलीं- बाप रे इतना बड़ा लंड तो तेरे मौसा जी का भी नहीं है रे देव। तू तो सच में हमें चोद सकता है।

दोनों मौसियों ने मेरे लंड को हाथ में पकड़ कर देखा। दोनों मेरे कड़क लंड से खेलने में मस्त हो गईं और मैं भी उनके बोबे चूसने में लग गया।

कुछ देर ही ये खेल चला होगा कि मेरी नजर अचानक मामी पर पड़ी। मामी को तो मैं भूल ही गया था। उनकी हालात और भी बुरी लग रही थी, वे अपने हाथों से अपनी ही चूत को सहला रही थीं। मुझसे उनकी तड़प देखी नहीं गई और मैंने मौसियों से कहा- आप लोग थोड़ा धीरज रखो, मुझे मामी की चुदाई करनी होगी क्योंकि वो चुदाई के लिए पूरी तरह तैयार लग रही हैं।

मैंने मौसियों से कहा- मैं पास वाले कमरे में जा रहा हूँ.. आप दोनों मामी को मेरे पास भेज देना।
यह कह कर में दूसरे रूम में चला गया।

कुछ देर बाद मामी मेरे पास आईं और कहने लगीं- देव आपका लंड बहुत मोटा है।
मैंने कहा- आज मैं आपकी ऐसी चुदाई करूँगा कि मामा ने भी कभी नहीं की होगी।

मैंने मामी का गहरे लाल रंग का ब्लाउज खोला और उनके बोबों को चूसने लगा।
मामी कहने लगीं- मेरे बोबे तो तुम्हारे मामा भी बहुत चूसते हैं.. पर चुदाई दमदार नहीं कर पाते हैं क्योंकि उनका लंड तो बच्चों की तरह है। वे मेरी तो इच्छा ही पूरी नहीं कर पाते। आप देर ने कीजिए और अब जल्दी से अपना मोटा लंड मेरी चूत में पेल दीजिए।
मैंने कहा- ठीक है मामी।

मैंने उनकी चड्डी खोली तो देखा कि उनकी चूत बिल्कुल गीली हो गई थी। मैंने जरा भी देर किए बिना अपना मोटा लंड उनकी चूत के छेद पर रखा और अन्दर करने की कोशिश की, पर उनकी चूत का छेद वास्तव में काफी छोटा था। मैंने लंड ठेला तो उनकी चीख निकल गई ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’

मैंने कहा- क्या आप पहली बार चुद रही हो.. जो ऐसे चिल्ला रही हो?
वो बोलीं- नहीं.. वो बात नहीं है देव, आपका लंड काफी बड़ा है, इससे मुझे दर्द हो रहा है।
मैंने मामी से कहा- आप लंड को मुँह में लेकर चूसो ताकि ये गीला हो जाए.. फिर ये आराम से आपकी छोटी सी चूत में जा सकेगा।

उन्होंने जरा भी देर किए बिना मेरे लंड को अपने मुँह में लिया और एक पोर्न एक्ट्रेस की तरह चूसने लगीं। मैंने मन ही मन सोचा कि बेचारी मामी को अभी तक मामा ने लंड चूसने का सुख नहीं दिया।

अब मेरा लंड मामी के थूक से पूरा गीला हो चुका था पर वो लंड को अपने मुँह से बाहर ही नहीं निकाल रही थीं।
मैंने उनसे कहा- अब आप मेरे लंड को चूसना बंद कर दीजिए, नहीं तो मैं आपके मुँह में ही झड़ जाऊँगा।

फिर कहीं जा कर उन्होंने मेरा लंड मुँह से बाहर निकाला। अब मैंने उनको पलंग पर लेटा दिया और उनकी चूत के छोटे छेद पर अपना लंड रख कर एक झटका दिया। अबकी बार पूरा लंड उनकी चूत में समा गया।
फिर बहुत देर तक मैं उनकी चुदाई करता रहा, उन्हें चुदाई का भरपूर आनन्द आ रहा था, उनकी चूत अब पानी छोड़ने लगी थी, मैं भी चरम पर था, मैंने स्पीड और तेज कर दी तो मामी दर्द से चीख उठीं

कुछ मिनट बाद मैंने अपना सारा पानी उनकी चूत में छोड़ दिया।

कुछ देर हम ऐसे ही चित पड़े रहे.. फिर हम उठे और कपड़े पहन कर उसी रूम में चल दिए, जिधर दोनों मौसी सेक्स मूवी देख रही थीं।

राधा मौसी मुझसे कहने लगीं- देव तू अपनी मामी को जोर-जोर से चोद रहा था क्या.. इनकी चीख यहाँ तक सुनाई दे रही थी।
मैंने कहा- हाँ मौसी, इनकी चूत बहुत छोटी है।
ये सुनकर मामी शरमा गईं।

मैंने मौसियों से कहा- मेरा लंड फिर से तैयार हो गया है। अब आप दोनों मौसी उधर रूम में चलो, मैं आप दोनों को एक साथ चोदूँगा।
मौसी की चुदाई की कहानी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!

फिर क्या था दोस्तो, पूरी रात चुदाई का नंगा खेल चला। आज भी जब हमें मौका मिलता है तो हम खूब चुदाई करते हैं।

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