मेरी बीबी चुदी रंडी के जैसे-2

नमस्कार मित्रों, मेरी रंडी बीबी की चुदाई की कहानी के प्रथम भाग
मेरी बीबी चुदी रंडी के जैसे-1
में आपने पढ़ा कि मेरी बीवी ने अनायास ही हमारे पड़ोसी का लम्बा बड़ा लंड देख लिया था और उसकी चूत उस लंड का भोग लगाने के लिए लालयित हो उठी थी. उसी कामवासना के वशीभूत हो मेरी बीवी ने हमारे पड़ोसी को अपने हाव भाव से, अंग प्रदर्शन करके उसे आकर्षित किया और एक दिन बारिश हो रही थी और वे दोनों अपनी अपनी कामुकता शांत करने के लिए आपस में भीड़ पड़े थे.

अपने बेडरूम में मेरी बीवी किराएदार प्रशांत के मूसल लंड से चुदने की जबरदस्त तैयारी कर चुकी थी. इस बारिश में किसी के आने-जाने को कोई खतरा नहीं था इसलिए फ्लैट का दरवाजा भी खुला ही रह गया था जिसकी कोई चिंता नहीं रही यानि चुदाई का खुल्लमखुल्ला खेल चरम पर आ गया था.

कपड़े के नाम पर अब नीना की पैंटी भर बची थी. खड़े-खड़े चूचीपान करते हुए प्रशांत ने अगली तैयारी में एक झटके से नीना को लंगड़ी मारकर बेड में डाल दिया और साथ ही पैंटी भी निकाल फेंका. अब नीना की प्यारी सी चूत चोदने के लिए उसके सामने तैयार थी. तभी तो चूत में गंगा-जमुना की बरसाती बाढ़ का नजारा दिख रहा था.

मेरी चुदक्कड़ बीवी की चूत का जायजा लेने के लिए प्रशांत ने अपनी दो मोटी-मोटी उंगलियों को अन्दर डाला, तो वह कसमसाकर कर उसके सीने से चिपक गई. वास्तव में नीना के जादुई हाथों से उसके लौड़े का इतनी देर तक किए गए क्लासिक मसाज के चलते प्रशांत खुद पर काबू नहीं रख पा रहा था.

वह तो तुरंत ही लंड को चूत की सुरंग में ठेल देने को बेचैन हो गया मगर नीना के डर से ऐसा नहीं कर सका. यह बात नीना समझ चुकी थी. अपने अलग तरह के खास अंदाज में करीब तीन-चार मिनट तक फिंगरिंग करने के बाद प्रशांत ने नीना की एक टांग को उठाया और चूत के मुहाने पर अपना लंड सटा दिया.

मगर मेरी नीना अलग अंदाज से चुदना चाह रही थी. उसे तो रूटीन में मेरे 6 इंच वाले लंड की आदत थी. अचानक 9 इंच लंबे और खूंटे जैसे मोटे लंड को चूत में डालने से उसे हिचकिचाहट हो रही थी.

खैर … नीना ने प्रशांत को बेड पर लिटा दिया और खुद ने इस तरह से लंड की सवारी करने का पोज बनाया, जिससे वह चूत में अपने मनमाफिक लंड घुसवा सके. साथ ही प्रशांत को धक्का न मारने की हिदायत दी.

मेरी बीवी के मुताबिक चुदाई के लिए पूरी तरह से तैयार प्रशांत के लौड़े की मोटाई तब उतनी ही रही होगी, जितना मोटा नीना की हथेली के ऊपर वाले हिस्से में हाथ यानि कलाई. मेरी नीना का आज भी मानना है कि चूत में कितना भी मोटा या लंबा लंड घुसे, वह अपनी जगह बना ही लेता है. वैसे 4 इंच का लंड कैसी भी महिला को संतुष्ट करने के लिए काफी होता है. हालांकि तगड़ा लंड खा लेने के बाद चूत की यह जरूरत भी बन जाता है.

बहरहाल बहुत ही नजाकत और अदा के साथ प्रशांत के सीने से अपनी चूचियां रगड़ते हुए नीना जब चूत को लंड के टोपे पर रखी तो प्रशांत ने भी अपने दोनों हाथों को नीना के चूतड़ों पर टिका दिया. बस अगले कुछ पलों के भीतर ओपनिंग सेरेमनी में ही मेरी बीवी की चूत ने लंड को चीरते हुए करीब तीन चौथाई हिस्सा गटक लिया.

चारों ओर से चूत की दीवारों में फंसे हुए टाइट और खासे मोटे लंड की मौजूदगी मेरी नीना रानी को जन्नत का सैर कराने लगी. चूत-लंड के इस मिलन समारोह के दौरान दोनों ही अपनी-अपनी सुर में सिसकारी भरते हुए चीख पड़े. इस नए अंदाज में अब नीना 45 डिग्री का कोण बनाकर प्रशांत के लंड पर अप-डाउन करने लगी.

इधर चूत तो गीली थी ही, लेकिन लंड के बहाव से लुब्रीकेंट भी कम नहीं निकल रहा था, जिससे स्पीडी चुदाई चलने लगी. इस पोज की चुदाई में प्रशांत कई बार नीचे से अपना लंड उछाल कर ठोकर दे रहा था, जिस पर नीना आंख दिखा कर उसे ऐसा करने से मना कर देती.

आखिर प्रशांत अपने साथ यह नाइंसाफी कैसे बर्दाश्त करता कि उसकी चुदैल मकान मानकिन लंड बैठी हुई हो और वह अपनी मर्जी से पूरा लंड भी न डाल सके. लिहाजा प्रशांत ने अपने मजबूत हाथों से नीना के चूतड़ों पर पकड़ बनाई. साथ ही दे गचागच चूत में अपना पूरा लंड पेलकर कई धक्के मार डाले.

मगर मेरी चालू बीवी भी खेली खाई चुदक्क्ड़ थी, अगले दो मिनट के भीतर ही वह उछल कर बेड से बाहर आ गई और प्रशांत को जीभ निकाल कर ठेंगा दिखाने लगी.
“अब ले … और चोद ले अपनी मर्जी से!” कहते हुए प्रशांत के हाथ कभी न आने की धमकी देने लगी.

खैर, बड़ी आरजू-मिन्नत का दौर चला तो नीना रानी चुदने को तैयार हुर्इं. इस तरह पहले राउंड में मेरी स्वीट नीना और प्रशांत के बीच शानदार चुदाई के रिश्ते का आगाज हुआ और मस्ती का यह आलम रहा कि यह नीना की जिंदगी के लिए बहुत बड़ा तोहफा साबित हुआ.

अब चुदाई का पोज बदला गया तो प्रशांत बेड पर नीचे की ओर पैर लटका कर बैठ गया और नीना उसकी ओर पीठ करके लंड पर बैठी. साथ ही चुदाई शुरू कर दी. चूत को ऊपर-नीचे कर वह अपने किराएदार से किराए का बोनस वसूली के काम में जुट गई. इस तरह मेरी नीना अब खासे तगड़े लंड का मजा लूटने लगी.

उधर प्रशांत कभी अपने हाथों से नीना की चूचियां मसलता, तो कभी चुटकी से कमाल कर जाता. अंडर आर्म्स से लेकर नीना के बालों को सूंघते वक्त वह भैंसे की तरह फों-फों की आवाज निकालने लगा, जिससे मेरी बीवी मदहोश होने लगी. वास्तव में मेरी जानम को प्रशांत की चुदाई के इस पोज में खूब मजा आया और करीब पांच मिनट तक उसने सिहर कर खूब मस्ती की.

मगर मेरी मैडम का फेवरेट पोज डॉगी तो अभी बाकी ही रह गया था, उसके बिना नीना को अपनी चुदाई सूखी रोटी जैसी लगती है. जब इतना शानदार डिश सामने हो, तो भला वह सूखी रोटी क्यों खाए? यानि डीसेंट लंड के साथ वह डॉगी पोज आजमाने की मन ही मन तैयारी कर ली.

दूसरे इतनी देर की पेलमपेल के बाद नीना की चूत प्रशांत के लंड को पूरा गटक जाने लेने के लिए तैयार भी हो चुकी थी.

अब चुदाई के अगले शॉट में नीना खुद ही डायरेक्शन देने लगी यानि खुली मस्ती का सौ फीसदी माहौल बन गया था. नीना ने अपना एक पैर जमीन पर रखा तो दूसरा बेड पर. थोड़ा झुकते हुए उसने अपने बाएं हाथ की कोहनी को बेड पर टिका दिया. दरअसल यह इशारा था प्रशांत को बिल्कुल करीब बुलाने का, जिससे वह चूत में अपना लंड डाल दे.

चुदाई के इस नाजुक मोड़ पर लंड में हल्का ढीलापन देखकर नीना बौखला उठी. वो बोली- साले कुत्ते, लंड खड़ा नहीं होता तो चोदने क्यों चला आया. यह कुतिया तो अभी-अभी गर्म हुई है और तू अभी जवाब दे गया. अब मैं अपनी चूत में बैंगन डालूं या खीरा?

यह कहते-कहते नीना रोने का नाटक करने लगी. यह नखरा देखकर प्रशांत हंसने लगा और बोला- ना मैडम, मेरी लैंड लेडी … गुस्सा नहीं होते. खड़ा तो है यह लौड़ा तुम्हारी सेवा में.. ले, डाल ले इसे अपनी चूत में मेरी कुतिया. इसे छूकर तो देख, यह तेरी चूत को भोसड़ा बनाकर लौटेगा मेरी जान.
यह कहते हुए प्रशांत ने मेरी नीना के हाथ में बड़े प्यार से अपना लंड थमा दिया.

इस पर बड़ी कातिल अदा के साथ नीना भी पूरी घरेलू चुदक्कड़ औरत की तरह प्रशांत को तड़पाने के मूड में आ गई और पलटकर प्रशांत के खूंटे जैसे लौड़े को अपने दोनों हाथों से जकड़ लिया. फिर वो लंड को ऊपर-नीचे सरकाने लगी. साथ ही अपने चेहरे यानि नाक, गाल, होंठ और ठुड्डी से लंड के हर कोने को रगड़ने लगी.

इसके बाद के स्टेज पर नीना अपनी चूचियों की घाटी में लंड को समेटकर अप-डाउन करने लगी, जो प्रशांत के लिए सेक्सी फोरप्ले का अद्भुत नजारा था. हालांकि इतनी देर की चुदाई दौड़ के दौरान प्रशांत अपनी ग्रैंड चुदक्कड़ मकान मालकिन के इतिहास और भूगोल से पूरी तरह परिचित हो चुका था, लिहाजा वह मेरी नीना का साथ निभाने लगा.

थोड़ी ही देर में यह कड़क लंड मेरी नीना की चूत में सरपट दौड़ लगाने के लिहाज से तैयार हो गया. लिहाजा वह अपने पुराने पोज में आ गई और साथ ही प्रशांत ने पीछे से चूत में समूचा लंड उतार दिया. इस तरह से नीना को उसकी जन्नत नसीब हुई यानि अब जाकर इस चुदाई में प्रशांत का गदहलंड नीना की चूत में पूरा-पूरा समा गया.

अब प्रशांत ने नीना के चूतड़ पर अपने हाथों की मजबूत पकड़ बनाई और दे गचागच, दे गचागच, चूत में धक्के पर धक्का मारने लगा.

साथ ही कमरे में नीना की आवाज गूंज उठी- उम्म्ह… अहह… हय… याह… चोद डाल साले कुत्ते.. बड़ा बनती है यह साली चूत.. लंड की बहुत भूखी रहती है.. आज मिटा दे इसकी सारी भूख.. चोद कमीने!

मेरे बेडरूम में नीना की यह बातें उसकी असलियत का बयान और बखान करने लगीं. इस सेक्सी माहौल के दौरान प्रशांत खुद को किस्मत वाला समझने लगा और मन ही मन मुस्कुरा उठा. उसे लगा, सचमुच आज उसे ऐसी चुदक्कड़ लैंड लेडी मिली है, जिसके घर में ही नहीं, बल्कि शानदार चूत में भी रहने की जगह हासिल हो गई. इधर नीना अपनी चूत में ठसाठस लंड के धक्के खाकर करीब पांच मिनट के भीतर ही पसीने से तर-बतर हो गई और उसके शरीर का हर हिस्सा सिहरन से भर उठा. एक तरह से वह क्लाइमेक्स के अंतिम पड़ाव के काफी करीब थी.

उधर प्रशांत के दिमाग और लंड की नसें चड़चड़ाने लगी थीं. इससे पहले कि वह आपे से बाहर होता और अपना उजला माल मेरी चुदासी बीवी नीना की चूत में गिरा देता. उसने किसी बच्चे की तरह नीना को अपनी गोद में उठा लिया और फ्रंट पोज से उसी पुराने अंदाज में पेलता रहा. तब तक उसका बैलेंस बिगड़ा और दोनों एक साथ बेड पर घड़ाम से जा गिरे, मगर तब भी चुदाई जारी रही.

चुदाई के इस खेल में अब तक पत्थर की तरह कड़क हो चुकी नीना की चुचियां प्रशांत की मुट्ठियों में कैद थीं और प्रशांत का लंड नीना रानी की गहरी सुरंग में स्पीडी बोरिंग करने में जुटा हुआ था. इसी तूफानी समा के दौरान प्रशांत ने मेरी नीना की चूत में अपने लंड की पिचकारी से पूरा का पूरा सफेद रंग निचोड़ कर डाल दिया. इस तरह मेरी बीवी उस रंग से सराबोर होकर मस्त मदहोशी में प्रशांत के सीने से लिपट गई, क्योंकि चूत में प्रशांत के गरम सफेद पानी के बौछार की गर्मी ने उसे भी झाड़ दिया.

इस खास पल में दोनों ने एक साथ चिल्लाकर एक दूसरे को बोला ‘थैंक्यूयू …’ और फिर दोनों ही खिल-खिलाकर हंसने लगे.

कैसी लगी आपको मेरी स्वीट हार्ट बीवी नीना की यह चुदाई?
जरूर बताएं, मुझे बहुत अच्छा लगेगा. साथ ही नीना की चूत को अपने लंड का सैल्यूट, नमस्ते या सलाम भेजना न भूलें. सैक्स के इस महान पुजारी के कर कमलों से नीना रानी की चूत की आरती उतारवाते रहने का नेक काम अवश्य करें. इसके लिए जरूरी है कि आप अपनी टिप्पणी हमें जरूर भेजें.
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आपका अपना दोस्त रितेश शांडिल्य

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