मामी की चूत में आइसक्रीम डाल के चोदने की कहानी

मित्रो, मेरा नाम विराज है, मेरी उम्र 19 साल की है और मैं 12वीं की पढ़ाई कर रहा हूँ.

यह हॉट मामी Xxx स्टोरी मेरी और मेरी मामी मनीषा की चुदाई की कहानी है.

मैं आपको अपनी मामी के बारे में बताता हूँ.
उनकी उम्र 30 साल है ओर वो एकदम गोरी हैं. उनके स्तन काफी भरे हुए हैं और उनका साइज़ 34 इंच का होगा.
मामी की गांड भी थोड़ी बाहर की तरफ निकली हुई है.
उनकी शादी को अभी चार साल ही हुए हैं.

मेरी मामी हमेशा टाइट कपड़े पहनती हैं, जिसमें वो बहुत कामुक माल लगती हैं.

यह बात पिछले ही महीने की है, हमारे गांव की है. उधर मेरी ताऊजी के लड़के की शादी होने वाली थी.

हम लोग शादी से 4 दिन पहले ही गांव में पहुंच गए थे.

उस शादी मेरी मामी को भी आना था और वो अगले दिन आने वाली थीं.
मैं उन्हें एक अरसे के बाद देखने वाला था. पहली बार मैंने उन्हें उनकी शादी में ही देखा था.

उस रात मुझे नींद नहीं आ रही थी क्योंकि मैं मामी के बारे में ही सोच रहा था.
जैसे ही सुबह हुई, मामा की कार आ गई.
मैं भी बाहर खड़ा था.

मामी कार से जैसे ही उतरीं और मेरी नजर उन पर पड़ी.
मेरे तो मानो होश उड़ गए थे.
क्या लग रही थीं वो … उन्होंने लाल साड़ी और सफ़ेद ब्लाउज पहना था.

एकदम चुस्त कपड़े उनके जिस्म को और भी ज्यादा मादक दिखा रहे थे.
मामी के स्तन उनके छोटे और कसे हुए बड़े गले के ब्लाउज से बाहर आने को तड़फ से रहे थे.

मामी ने मुझे देखा और मुस्कुरा कर कहा- अरे विराज … तुम तो बहुत लंबे और हैंडसम हो गए हो.
मैंने भी कह दिया- मामी जी आप भी बहुत ब्यूटीफुल हो गई हो.
वो मुझे स्माइल देती हुए अन्दर चली गईं.

मामी मुझसे बहुत अच्छे से बात कर रही थीं.
हम दोनों हंसी मजाक भी कर रहे थे.

तभी उन्होंने मस्ती करते हुए मेरी जांघ पर हाथ रख दिया.
उनका हाथ बहुत मुलायम था और हाथ का स्पर्श पाकर मेरा लंड कड़क होने लगा था.
वो भी शायद इस बात को समझ रही थीं.

धीरे धीरे मेरा लंड खड़ा हो गया और उन्होंने मेरी पैंट की फूली हुई पहाड़ी को देख लिया.
वो मेरी तरफ देख कर हल्के से हंसने लगीं.
मैंने भी कंधे उचका दिए.

वो बोलीं- कंधे क्यों उचका रहे हो?
मैंने लंड पर हाथ फेर कर कहा- मेरे पास कोई ऑप्शन ही नहीं है.
वो समझ गईं और वापस हंस दीं.

फिर सभी ने रात का खाना खाया और सोने की तैयारी करने लगे.
मेरी मॉम ने कहा- जा, जाकर मामी के साथ लेट जा.

मैं मामी के पास आ गया और उनके बाजू में लेट गया.
हम दोनों ने रात 12 बजे तक हंसी मजाक किया.

इसी दौरान उन्होंने मुझसे पूछा- तेरी कोई गर्लफ्रेंड है?
मैंने कहा- नहीं मामी जी.
फिर मामी बोलीं- तूने कभी किस किया है?

ये सुनकर मेरा लंड फिर से कड़क हो गया.
मैंने मामी से कहा- नहीं.

इसी तरह से मामी से काफी सारी बातें हुईं, फिर हम दोनों सो गए.

मेरा लंड मुझे पैंट में चुभ रहा था.
उस रात को मेरी नाइटफॉल भी हो गया था.

अब मुझे मामी के साथ कुछ करने का दिल कर रहा था इसलिए मैं कभी कभी मामी को जानबूझ कर टच करने लगा.
उन्होंने भी मुझे नहीं रोका.
इससे मेरी हिम्मत और भी बढ़ गयी.

फिर मैंने देखा कि मामी रसोई में अकेली काम कर रही हैं तो मैं पीछे से गया और उनकी गर्दन पर किस कर दिया.
मामी की उफ निकल गई.
एक मिनट तक वो कुछ नहीं बोलीं, फिर उन्होंने मुझे अलग किया और मेरे गाल पर हल्के से एक चांटा मार दिया.

चांटा मारने के बाद वो स्माइल देती हुई अपना काम करने लगीं.

मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि ये क्या हुआ.
मामी को पसंद आया तो उन्होंने चांटा क्यों मारा.

खैर … उनके मुस्कुराने से एक बात तो साफ़ हो गई थी कि वो इस बात को किसी से कहने वाली नहीं थीं.

फिर शादी के एक दिन पहले जब मैं बाहर से घर के अन्दर गया तो मैंने देखा सब लोग आइसक्रीम खा रहे हैं.
मामी आइसक्रीम खाती हुई मुझे देख रही थीं और स्माइल कर रही थीं.

ये देख कर मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था क्योंकि मुझे अभी भी मामी का चांटा मारना साल रहा था.

मैं भी आइसक्रीम वाले के पास गया और उससे 50 रूपए वाली दो आइसक्रीम लेकर घर में अन्दर आ गया.

उस समय मामी रूम में अकेली रह गई थीं.
मैं उनका हाथ पकड़ कर उन्हें स्टोर रूम में ले गया और दरवाजा लगा दिया.

मामी ने पूछा- दरवाजा क्यों लगाया, पागल है क्या?
मैंने कहा- हां.

फिर मैंने मामी को धक्का मार कर नीचे ज़मीन पर गिरा दिया.
उन्होंने मुझे एक धक्का भी मारा, पर मैं रुकने वाला नहीं था.

उस दिन मामी ने लाइट पिंक कलर की कुर्ती और पिंक कलर की लैंगिंग्स पहनी थी.

मैंने जल्दी से एक आइसक्रीम खोली और उनकी ब्रा के अन्दर डाल दी और दूसरी उनकी पैंटी के अन्दर.
मामी आइसक्रीम को बाहर निकालने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन मैं उनकी टांगों को फैलाकर उनके ऊपर चढ़ गया.

वो जोर जोर से सांसें भरने लगीं क्योंकि उनकी चूत और चूचियों में उनको बहुत ठंडा लग रहा था.
उनका मुँह बंद करने के लिए मैं उनके होंठों को किस करने लगा.

मामी बार बार सिर्फ़ ‘उउफ़फ्फ़ आआह अह … छोड़ो मुझे … छोड़ो मुझे …’ बोल रही थीं.
वो एक मछली की तरह तड़फ रही थीं.

मैं उनके ऊपर चढ़ा हुआ था और उनके हाथों को पकड़े हुए था.

कुछ मिनट के बाद जब आइसक्रीम की ठंडक से मामी कुछ नॉर्मल हुईं, तब उनकी कसमसाहट कुछ कम हुई.
उनकी पैंटी के अन्दर की सारी आइसक्रीम चूत की गर्मी से पिघल गई थी.
उनके सारी कपड़े भी आइसक्रीम से सन गए थे.

मामी की आंखों में आंसू भी आ रहे थे.
वे सिर्फ़ ‘छोड़ो मुझे… छोड़ो मुझे.’ बोल रही थीं और कमाल की बात ये थी कि वो मुझे अपने पास खींच भी रही थीं.

मैं बहुत गर्म था और उनको आइसक्रीम के कारण बहुत ठंड लग रही थी. उनकी चूचियों में और पैंटी में पूरी आइसक्रीम उन्हें विचलित कर रही थी.

दस मिनट तक मैं मामी को किस करता रहा.
मैं उनके होंठों को अपने दांतों तक से काटने और पीने लगा था.

मामी ‘ऊ अफ आअह …’ की आवाज निकाल रही थीं.
मैंने उनकी नाक पर भी एक बाईट कर दिया और फिर से किस करने लगा.

मामी अब मस्त होने लगी थीं और लगातार ‘उउह ऊओह बस करो आअह …’ कर रही थीं.

फिर मैं उनकी आइसक्रीम से भीगी हुई ब्रा को चूसने लगा.
वो अपनी छाती उठा कर मुझे अपनी चूची पिलाने लगीं.

ये देख कर मैंने उनकी ब्रा को नीचे कर दिया और उनके एक दूध को अपने मुँह में भर कर चूसने लगा, काटने लगा.

वो भी अपने जिस्म को उठा कर मेरे मुँह में अपने दूध देने लगी थीं.
मैं पूरी ताकत लगा कर जोर जोर से चूची चूसने लगा.

फिर मामी ने मेरे हाथों से अपने हाथों को छुड़ाया और मेरा मुँह अपने स्तन से हटाने लगीं.
वो कहने लगीं- हे भगवान अब बस भी कर … क्या उखाड़ ही लेगा.

मैंने उनके हाथों को फिर से पकड़ लिया और दूसरी चूची पर मुँह लगा दिया.
मैं उनके दूसरे दूध को भी चूसने लगा.

मामी अब पागल होती जा रही थीं, वो वासना की आग में जलने लगी थीं.

फिर मैं उनके नीचे आ गया और उनकी पजामी को उतारने लगा.

मैंने देखा कि उनकी वाइट पैंटी चॉकलेट वाली आइसक्रीम से एकदम चॉकलेट रंग की हो गई थी.
ये देख कर मेरे मुँह में पानी आ गया.

मैं उनकी पैंटी पर लगी हुई आइसक्रीम को चाटने लगा.

मैंने उनकी पैंटी की नीचे कर दिया तो देखा मामी की चूत एकदम गोरी और सफाचट थी.
चूत की फांकें एकदम गुलाबी हो गई थीं. चूत की दरार में आइसक्रीम भरी हुई थी.

पहले तो मैंने उनकी चूत के बगलों में लगी हुई आइसक्रीम को चाटकर साफ किया, फिर मैंने अपनी जुबान को जैसे ही चूत में लगाया, मामी छटपटाने लगीं.

मामी की चूत पर जब मेरी जीभ लगी, तो वो भी पागल हुई जा रही थीं और मादक आवाजें निकाल रही थीं.

मैं उनकी चूत को अपने मुँह में लेकर चूसने लगा.
जल्दी ही मामी की चूत से पानी भी निकल गया.

मैंने उनकी चूत का पानी पिया तो वो आइसक्रीम में मिल कर बहुत टेस्टी हो गया था.

उनकी चूत में मेरा मुँह कॉर्क के ढक्कन की तरह से लगा हुआ था तो चूत की मलाई सीधे मेरे मुँह में चली गई और मैं उसका एक एक कतरा पी गया.

मामी निढाल होकर आह आह कर रही थीं.
उन्होंने मेरे सर को अभी भी अपनी चूत पर दबाया हुआ था.

मैं भी मामी की चूत को चूसे जा रहा था.
जल्दी ही मामी फिर से चार्ज हो गईं और ‘हे भगवान ये क्या कर दिया आहह हह … अब मुझे कैसे राहत मिलेगी … उम्म्म आआह …’ कहे जा रही थीं.

कुछ मिनट तक चूत को जमकर चूसने के बाद मैंने मामी के हाथ पकड़े और उनकी चूत के दाने को अपने दांत से चुभलाने लगा.

मामी ने अपने हाथों को मेरे हाथों से छुड़ाया और मेरा मुँह पकड़ कर कहा- बस कर विराज … अब क्या मेरी जान लेगा.

उन्होंने उठ कर मुझे अपने गले से लगा लिया.
मैं भी उठ गया और नशीली आंखों से मामी को देखने लगा.

मैंने कहा- मामी थैंक्स … आपने मेरी बात मान ली.
यह सुनकर मामी स्माइल करने लगीं और बोलीं- हां मैं भी ठंडी हो गई. मैं तो कब से तेरे साथ मजा लेना चाह रही थी.

मैंने कहा- आप तो ठंडी हो गईं लेकिन मुझे अब आपको चोदना है.
मामी Xxx भाषा में बोली- हां चोद लेना मेरी जान … मगर फिलहाल तो मैं पूरी तरह से थक गई हूँ, अभी मुझसे कुछ नहीं हो पाएगा.

यह सुनकर मैंने उन्हें वापस लिटाया और उनकी चूत खोल कर अपना 16 सेंटीमीटर का लंड उनकी चूत में पेल दिया.
मामी ने एक जोर की आवाज निकली और उफ्फ़ करती हुई मुझे अपने ऊपर खींच लिया.

मैं भी जोर जोर से अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा.
बीस मिनट तक धकापेल चुदाई करने के बाद मामी फिर से झड़ने वाली थीं.

उन्होंने मुझे कस कर पकड़ लिया और मेरी पीठ पर अपने नाखूनों को गाड़ दिया.

मैं भी अपनी चरम सीमा पर आ गया था.
मैंने अपने लंड का शर्बत मामी की चूत में ही टपका दिया और उनके ऊपर ही लंबलेट हो गया.

मामी को अपनी चूत के अन्दर गर्म माल महसूस हुआ तो वो भी लम्बी लम्बी सांसें लेती हुई वीर्य को चूत में जज्ब करने लगीं.

अब मामी जी पूरी तरह थक चुकी थीं और उनके कपड़े भी आइसक्रीम से और चूत के पानी से पूरी तरह गीले हो चुके थे.

दस मिनट बाद मामी ने लेटे हुए ही सूसू कर दी और स्माइल करती हुई मुझे एक प्यारा सा थप्पड़ मारकर कहा- अब जल्दी से मेरे कमरे में से मेरे कपड़े लेकर आओ.
मैं अपने कपड़े सही करके बाहर आया और उनके कपड़े लेकर आ गया.

मामी कपड़े पहन कर बाहर चली गईं.
मैंने देखा कि मामी बाहर जाकर मॉम से कुछ बात कर रही थीं.

मुझे कुछ डर सा लगने लगा था.
बाद में मैंने मॉम से पूछा कि मामी क्या कह रही थीं.

तो मॉम ने बताया कि वो कह रही थीं कि मैं बहुत थक गई हूँ तो मैं अपने रूम में जा रही हूँ. मैंने उससे कहा तूने कुछ काम तो किया नहीं, फिर भी थक गई, तो वो कहने लगी कि आज सुबह से ही कुछ बुखार सा है.

मॉम के मुँह से यह सब सुनकर मैं हंसने लगा और उधर से चला गया.

फिर अगले दिन शादी में क्या हुआ, वो मैं आपको बाद में लिखूंगा.