अंग्रेजी वाली मुस्लिम मेडम की खुजली मिटाई

फरीन मैडम एक गैर शादीशुदा महिला हैं और मेरी इंग्लिश की टीचर हैं.
चूंकि वह परदे वाली महिला हैं तो दिखने में बहुत मस्त हैं, जवान भी हैं.

उनकी उम्र केवल 27 साल की है.
उनका फिगर साइज 32-30-34 का है. कद भी ठीक ही है.
वे 5 फुट 4 इंच लंबी हैं.
उनके बूब्स बहुत ही मस्त और कमाल के होने के साथ साथ बड़े बड़े भी हैं.

यह सन 2017 की कहानी मेरी हॉट टीचर की पहली चुदाई की रात की है.

मेरा नाम समर है और मैं झारखंड, हजारीबाग के एक कॉलेज का विद्यार्थी रहा हूं.
मैं पढ़ाई में काफी होशियार था. इसी वजह से उनका मेरी तरफ काफी अधिक ध्यान रहता था.

चूंकि कॉलेज इंग्लिश मीडियम था और मैं 10वीं तक सीबीएसई में पढ़ा था इसलिए वहां पढ़ाई करना मेरे लिए लाभ का विषय था, चाहे वह पढ़ाई के लिए हो या फिर हीरोगिरी करके चूत चोदने के लिए हो.
मतलब मेरा वहां पढ़ना मेरे लिए हर तरह से फायदे का सौदा था.

एक बार हमारे कॉलेज सेमेस्टर का एग्जाम हुआ और मैं उसका टॉपर रहा था.
उस वजह से मेरी मेम से कुछ ज्यादा ही बनने लग गई.

मेरे अन्दर झिझक नहीं होने के कारण मैं उनसे कुछ भी पूछ लेता था.
पढ़ाई के साथ साथ उनके दैनिक या व्यक्तिगत जीवन के बारे में भी मैं उनसे बात कर लेता था.

सेमेस्टर में जिनका एग्जाम नहीं हुआ था, उन्हें दोबारा से एग्जाम देने का मौका दिया गया था.

उस दिन किसी काम से मैं भी कॉलेज में देर तक रुका हुआ था तो पता चला कि मेम और एक सर ही ड्यूटी में थे.
मेम ने जैसे ही मुझे देखा तो वहां बुला लिया और कहने लगीं- थोड़ा इधर देखो, हम लोग बस अभी वापस आते हैं.

मैंने भी उनके और करीब जाने के लिए उनकी बात मान ली.
क्लास में यही कोई 45 बच्चे टेस्ट दे रहे थे.

मैं उनकी क्लास का ही था तो सबके बीच थोड़ा रोब झाड़ने लगा.
मेम भी ये देख कर मन ही मन मुस्कुरा रही थीं.

कुछ देर बाद टेस्ट खत्म हुआ, तो उसके बाद सर और मेम दोनों जल्दी से क्लास से निकल गए.

क्लास वाले सभी थोड़ी देर मस्ती कर रहे थे.
मैं भी उन सब से थोड़ा बातचीत करने लगा.

फिर थोड़ी देर बाद वह सब लोग घर जाने लगे.

मुझे टॉयलेट जाने की जरूरत लगी तो मैं अकेला चला गया और बाकी सब घर चले गए थे.

मैं जब टॉयलेट में गया, तभी मुझे कुछ हल्की सी आहट सुनाई दी.
मुझे ऐसा लगा कि जैसे मैं टॉयलेट में अकेला नहीं हूँ.

मैं जैसे ही अपना मुँह धोने लगा था, तभी मुझे किसी लड़की की धीरे से सिसकारी लेने की आवाज आई.
तो मैं चुपके से धीरे धीरे टॉयलेट के अन्दर गया और अपने बाजू वाले टॉयलेट में ऊपर से देखा, तो देख कर हैरान हो गया.

वहां पर हमारी मैडम जी कमोड बंद करके उसके ऊपर बैठी थीं और वह अपनी टांगें फैला कर चूत खोल कर सर का मुँह अपनी चूत में लगाई हुई थीं.

ये सर वही थे, जो क्लास में थे.
वे मैडम की चूत चाट रहे थे.

फिर क्या था, मैंने तुरंत अपना मोबाईल निकाला और रिकॉर्ड करने लगा.

थोड़ी देर में मेम शायद झड़ गई थीं और वे सर को अपनी चूत से हटाने लगीं.

सर ने अपना मुँह हटाया और अपना छोटा सा लंड मैडम के मुँह में डाल दिया.

अब मेम भी बहुत मजे से लंड चूस रही थीं.
ये सब मैंने रिकॉर्ड कर लिया था.

फिर मैं बाहर निकला और आगे होने वाले कांड का इंतजार करने लगा.

कुछ 2 मिनट में ही सर बाहर निकले और मुझे देख कर घबरा गए.
वे शर्म से पानी पानी होने लगे.

मैंने भी माहौल बनाने के लिए एक स्माइल दे दिया और कहा- तो हो गया सब काम बढ़िया से?
सर- अरे क्या … तुम क्या बोलना चाह रहे हो?

मैं- सर कैसा रहा अनुभव?
सर- ये क्या बोल रहे हो?
मैं- वही जो अन्दर हो रहा था.

फिर मैंने सर को साइड किया और दरवाजा को धक्का दे दिया.

मैडम अभी भी अन्दर थीं और उनका पजामा अभी भी उतरा हुआ था.

मेरा मतलब वह अपने नीचे के स्थान को साफ कर रही थी.
उन्होंने सिर्फ अपनी ऊपर वाली कुर्ती पहनी हुई थी.
उस कुर्ती का कंधा भी उनके मम्मों तक नीचे खुला था.

मेम देखने में एकदम हॉट, जबरदस्त माल लग रही थीं.
उन्हें ऐसे देख कर किसी का भी चोदने का मूड बन जाता, पर पता नहीं सर ने सिर्फ ब्लोजॉब करवा कर ही क्यों छोड़ दिया.

मैं- सर, इस वाले एक्सपेरिएंस के लिए बोल रहा था मैं … और मेम आप भी बड़े मजे में थीं, क्या बात है!

दोनों ही डर गए और बोलने लगे- प्लीज किसी को भी बताना मत.

मैंने भी झट से बोल दिया- मुझे भी ये सब करना है.
ये सुनकर दोनों ही मना करने लगे.

सर बोलने लगे- तुमने यदि किसी को बोला भी तो कोई नहीं मानेगा.
मैंने भी बता दिया- मैं जानता था कि साले तुम लोग ऐसा ही करोगे. इसलिए मैं अपनी तरफ से पूरी तैयारी करके ही तुम्हारे सामने खड़ा हूं.

वे लोग कुछ भी समझ नहीं सके और तभी मैंने वह वीडियो दिखा दिया, जो मैंने बनाया था.
मेम के हाथ पैर फूलने लगे और वह हाथ जोड़ती हुई बोलीं- मैं रेडी हूं, तुम्हें जो करना है … कर लो. बस मेरी इज्जत नीलाम मत करना.

मैंने अब उस हरामी सर को बाहर भेज दिया, जो बड़ा ही तेज बन रहा था.

मैं बोला- हां तो मेम, अब आप मुझे भी ब्लोजॉब दे दो.
वे भी मुस्कुरा दीं और मेरा लंड ठीक ठाक से चूसने लगीं.

लंड चुसवाने में बड़ा ही मजा आ रहा था.
इतनी क्यूट सी मेम मेरे लंड पर अपनी जीभ चला रही थीं.

ऐसा करीब बीस मिनट तक चला, फिर मैं भी झड़ गया.

उन्होंने मेरे स्पर्म को पी लिया और बोलीं- बड़ी देर लगा दी, बहुत अनुभव वाले लगते हो!

मैंने भी तपाक से बोल दिया- आप पूरे अनुभव का मजा लेकर अच्छे से जान लो!
वे बोलीं- पूरा अभी नहीं, वरना सबको डाउट होगा कि इतनी लेट तक कॉलेज में क्या किया!

फिर उन्होंने मुझे अपना एड्रेस दिया और मेरा फोन नंबर लेकर बोलीं- जब मैं फोन करूंगी, तो मेरे घर पर शाम को आ जाना.
वे जानती थीं कि मैं यहां घर से बाहर रूम लेकर रहता हूं.

शाम को जब उन्होंने मुझे आने को बोला तो मैंने अपने रूम पार्टनर को बहाना बना दिया कि आज रात मैं अपने एक दोस्त के रूम पर रुकूंगा.
उसे यह बता कर मैं मेम के यहां चला गया.

मेम भी रेंट पर घर लेकर रह रही थीं.
मैं उनके पते पर आया और डोरबेल बजाने लगा.

उन्होंने दरवाजा खोला, तो मैं उन्हें देखते ही थोड़ा झेंप गया.

उन्होंने परदे वाली महिला की तरह काफी अच्छे से कपड़े पहने हुए खुद को संवारा हुआ था, जिसे देखने से ही मुझे उन पर प्यार आने लगा.
फिर मैं अन्दर आकर जोर से और बड़े प्यार से उनके गले लग गया.

वह भी थोड़ा शर्माती हुई मेरे गले से लग गई और हल्की सी झेंप भी गईं.

उन्होंने मुझे बैठा कर काफी लेकर आने की कही … और अन्दर चली गईं.

फिर हम दोनों ने साथ में कॉफी पी.

मैं- आप हमेशा से मेरे साथ सेक्स करना चाहती थीं क्या?
फरीन- नहीं … सुबह मैं जबरदस्ती तुम्हें ब्लोजॉब देने के लिए मानी थी, पर तुम्हारा इतना बड़ा है कि सिर्फ ब्लोजॉब से मेरा मन नहीं भरा. मुझे उसकी थोड़ी और सेवा करनी है.

मैं- तो आज से पहले आप कितने लड़कों से सेक्स कर चुकी हो?
फरीन- तुम ही पहले हो सैम. हां एक बार मेरे जीजा जी ने कोशिश की थी, पर मैंने उन्हें ज्यादा कुछ करने नहीं दिया था. मैंने सोची थी कि सुबह वे सर मेरी जवानी के मुझे मजे दिलाएंगे लेकिन उनमें दम ही नहीं था, जल्दी ही निकल गए. अब तुम ही अब मेरी हेल्प कर सकते हो क्योंकि इस उम्र में अब मुझे भी सेक्स करने का बहुत मन होता है सैम. आज तुम मुझे जीवन के यौनआनन्द के सुख से रूबरू करवा दो.

इतना कह कर वह मुझे लिप किस करने लगीं और मैं भी उनका भरपूर साथ देने लगा.
हम दोनों उनके बाहरी रूम में थे.

किस करते करते मैंने उनके टॉप के अन्दर हाथ डाल कर बूब्स दबाने लगा.
फिर मैंने उनका टॉप उतार दिया.

मेम ने अन्दर ब्रा नहीं पहनी हुई थी.
उनके बूब्स देखकर मेरा लंड और कड़क हो गया.

जो लंड मेम से बात करते समय केवल रह रहकर फुंफ़कार मार रहा था, वो भी अनाकोंडा बन गया था.

मैडम ने लंड को देख कर तुरंत ही मुझे मेरे होंठों में अपने होंठ लगा दिए और जोरदार तरीके से चूसने लगीं.

फिर उन्होंने मेरे पूरे कपड़े उतार दिए.
अब मैं नंगा था और वह सिर्फ मिनी पजामी में बिना पैंटी के थीं.

मैंने भी वह बचा हुआ कपड़ा उतार फेंका और पीछे जाकर उनकी साफ सुंदर सुगंधित चूत को रगड़ रगड़ कर चाटने लगा.

मैं बीच बीच में जीभ को अन्दर तक घुसा डाल देता था जिससे मेम की कामुक आह निकल जाती थी.
कुछ देर बाद हम दोनों सेक्स की चरम स्थिति में आ गए और एक दूसरे के लंड चूत को चूसने की पोजीशन बनाने लगे और 69 की स्थिति में आ गए.

हम दोनों एक दूसरे को केवल वासना से ही नहीं बल्कि प्यार से एक दूसरे की प्यास बुझा रहे थे.
एक दूसरे के अंग को हम लोग मुँह से चूस-चूस कर सुख दे रहे थे.

एक जवान लड़की से अपना लंड चुसवाना सच में मेरे सुखद अनुभवों में से एक है.

अब हमारा इंतजार खत्म हुआ और मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रख दिया और ऊपर ऊपर से ही रब करने लगा.
वह सिसकारियां लेती हुई बोल रही थीं- जल्दी अन्दर डालो … और मत तड़पाओ मुझे सैम!

फिर मैंने अपना लंड मेम की चूत में डालना शुरू किया.

कुछ 4-5 बार कोशिश करने पर मेरे लंड का टोपा उनकी चूत में चला गया.

वे दर्द से रोने लगीं और चिल्ला रही थीं- आआह आह्हह ओह्ह्ह बस करो सैम … और नहीं होगा … प्लीज, म्मम्म रहने दो … आआह.

मैं- बस थोड़ा सा और झेल लो बस … फिर आपको बहुत मजा आएगा. ट्रस्ट मी. इसी सुख के लिए आपने इतना इंतजार किया है, तो कुछ दर्द तो सहना ही पड़ेगा. इसी दर्द के रास्ते से औरतों के सभी सुख छुपे होते हैं.

ऐसा बोलते बोलते मैं थोड़ी देर रुका और अपना लंड चूत में अन्दर रखे हुए ही उन्हें चूमने सहलाने लगा.

मैंने अपने होंठों से उनके होंठों को पूरा दबा लिया और एक जोर का झटका दे दिया.
लंड को कुछ अन्दर घुसेड़ कर रुक गया.

मेम के आंसू निकल गए जिसे देख कर मेरा मन भी उदास होने लगा था.

फिर मैं थोड़ी देर तक दर्द सामान्य होने तक वैसे ही रुका रहा.
मेरा लंड अन्दर था.

थोड़ी देर बाद जब मेम कुछ शांत हुईं तो वे मुझे लिप किस करने लगीं और नीचे से अपनी गांड को थोड़ा थोड़ा हिलाने लगीं.

मैंने समझ लिया कि मेम को मजा आने लगा तो मैं धीरे धीरे करके लंड को अन्दर बाहर करने लगा.

अन्दर बाहर करते हुए मैंने स्पीड बढ़ा दी और उनकी आवाजें ‘आह आह ओह और चोदो … और चोदो मुझे … पूरे लौड़े को अन्दर तक घुसा दो …’ आ रही थीं.

मैं भी बस पूरे जोश में आ गया था और अपनी नाज अपनी महबूब अपनी प्यारी मेम को अपने हथियार से, पूरे प्यार से प्रहार करता हुआ चोद रहा था.

उनकी लेते लेते 10 मिनट बाद ही मैं उनकी चूत में झड़ गया था और उनके ऊपर ही लेट कर हम दोनों एक दूसरे को आलिंगन देते हुए सहलाने लगे.

ये आलिंगन हमारे एक सम्पूर्ण प्रेम और मिलन की कहानी बयान कर रही थी.
वे बार बार मेरी पीठ को सहला रही थी और मेरी गर्दन के आस पास मुझे चूम रही थीं.

ऐसा करते करते कुछ समय बीत गया और तब तक मेरा लंड खुद सिकुड़ कर बाहर निकल गया.

मैंने देखा तो बेड भीगा हुआ था और उस पर खून लगा हुआ था जो मेम की सील पैक चूत फटने की कहानी बयान कर रहा था.

यह देख कर मेरा दिल जोर से धड़कने लगा और मेरा प्यार उमड़ आया.
मैं मेम की बालों को पकड़ कर उन्हें जोरदार किस करने लगा.

हम दोनों अलग होकर मैं शर्माने लगा तो मेम समझ नहीं पाईं.
वे पूछने लगीं- क्या हुआ सैम?
मैं बस मुस्कुरा कर रह गया.

फरीन- वह देखो खून … मेरी जवानी तहस नहस हो गयी.
ऐसा कह कर वे भी हंसने और मुस्कुराने लगीं.

फिर हम दोनों थोड़ी देर वैसे ही एक दूसरे के ऊपर ही लेटे रहे.

गर्मी बढ़ी हुई थी और पसीने से भीगे हुए थे तो हम दोनों ने नहाने के लिए चले गए.

बाथरूम में जाकर उन्होंने पहले अपना खून साफ किया और फिर हम शॉवर के नीचे साथ साथ एक दूसरे के बदन को सहलाते हुए मस्ती से नहा रहे थे.

इतनी देर चोदने के बाद भी हमारा मन नहीं भरा था तो हम पानी की गिरती हुई बूंदों में ही एक दूसरे को चूमने चाटने लगे.
मैं उन्हें दीवार पर टिका कर पीछे से उनकी चूत में लंड डालने लगा.

पहले मैं लंड का टोपा चूत के ऊपर लगा कर सहलाने लगा और फिर उनकी चूत में एक ही बार में पूरा लंड डाल दिया.
झटके से ऐसा करने से उनकी हालत खराब हो गयी थी और वह चिल्लाने लगीं.

इस बार मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया और लौड़े पर थोड़ा सा शैंपू लगा लिया.
मैंने मेम को दीवार के सहारे थोड़ा झुका दिया और फिर से लंड अन्दर डालने लगा.

वे फिर से थोड़ा असहज होने लगीं और हल्की आवाज करने लगीं जिससे मुझे इतना तो समझ में आ गया कि पीछे से तकलीफ होती है.

मैंने एक हाथ से उनका मुँह बंद किया और दूसरे हाथ से एक दूध को पकड़ कर एक जोर का झटका देते हुए पूरा लंड अन्दर पेल दिया.

वे इस हमले से छटपटाने लगीं.
मगर मेरा पूरा लंड उनकी चूत में घुस चुका था.

मैं वैसे ही शॉवर के नीचे 20 मिनट तक उन्हें अलग अलग तरीकों से चोदता रहा.
बाद में मैं फिर से उनकी नई चूत के अन्दर ही झड़ गया.

फिर हम दोनों अच्छे से नहाकर बाहर आ गए.

हॉट टीचर की पहली चुदाई होते होते रात के करीब 9 बज गए थे.
हम बिना कंडोम के ही 3 घंटे से चुदाई कर रहे थे.

मैंने अपने दोस्त को फिर से फोन करके बोल दिया कि मैं फ्रेंड के घर पर ही रुक रहा हूं, तुम सो जाना. मैं कल दोपहर को ही वापस आऊंगा.

यह सुनकर मेम बहुत खुश हो गईं.
उनके चेहरे की मुस्कुराहट सारी बात बयान कर रही थी.

वे गीले बाल और भीगे बदन में सिर्फ मेरी शर्ट पहनी थीं और कुछ नहीं पहनी थीं.
उन्होंने मुझे कंडोम और आई-पिल लाने के लिए भेज दिया और खुद खाना बनाने की तैयारी करने लगीं.

मैंने बाजार से आकर मेम के साथ में खाना खाया और हम दोनों अगले राउंड के लिए रेडी हो गए.