एक छोटे लंड की कहानी

नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम शरद चोपड़ा है. अन्तर्वासना पर मेरी पहली सेक्स कहानी

श्रीनगर की लड़की की कुंवारी चूत
सबको बहुत पसंद आयी।

कुछ लोगों के मेल भी आये. उनमें से कुछ लड़कियों ने मुझे अपने नंबर भी दिए और एक से मैं मिल भी पाया. उसकी कहानी बाद में।

दोस्तो, मेरी ज़िन्दगी से जुड़ी एक और घटना मैं आपको बताना चाहता हूँ.

ज़ायरा की ग्रेजुएशन होने के बाद मेरी चुदाई बंद हो गयी थी क्यूंकि उसकी शादी अब किसी और से तय हो गयी थी और मेरी ग्रेजुएशन भी ख़त्म हो चुकी थी. ग्रेजुएशन के बाद मैंने ऍम बी ए करनी की सोची और मेरा एडमिशन भी अच्छी जगह हो गया था. मैंने पीजी लिया और अपनी पढ़ाई करने लगा।

छह महीने गुजर जाने के बाद मुझे एक लड़की शादी में मिली जो मेरे पीजी वाली गली में ही रहती थी. मैं उस शादी में बिना बुलाये सिर्फ खाना खाने गया था।

कुछ दिन यों ही गुज़र जाने के बाद मेरे छोटे प्यारे लण्ड को शरारत सूझी और सोचा क्यों ना इसको ही चोदा जाए.
मैंने उस लड़की को फेसबुक पे ढूंढा और रिक्वेस्ट सेंड की. पर उसने एक्सेप्ट नहीं की।

फिर मैंने देखा कि वो कौन से कॉलेज में जाती है. उसकी बस से पता चला. फिर मैंने अपने सभी दोस्तों से पूछा कि उस कॉलेज में कोई है जान पहचान का।
मुझे मेरा एक अच्छा दोस्त मिल गया जिसने अपने ग्रेजुएशन वहीं से की थी। तो उसने अपने जूनियर्स को बोला उस लड़की का नंबर पता करने के लिए!
पर उसके जूनियर्स बेकार निकले और नंबर नहीं मिला।

अब वो लड़की मुझे दिख नहीं रही थी. तो पता चला कि उसने कॉलेज छोड़ दिया है और उसका एडमिशन कनाडा की किसी यूनिवर्सिटी में हो गया है. तो वो 15 दिन बाद कनाडा जाने वाली है.
ये सब सुन के मेरा दिमाग ख़राब हो गया और मुझे लगा लड़की अब नहीं आएगी हाथ में और मेरी उम्मीद अब खत्म हो चुकी थी।

अगले दिन पता चला कि मेरी काम वाली की तबियत सही नहीं है तो उसकी बहन काम करने आएगी.
मुझे लगा था इसकी भी उम्र 35 से ऊपर होगी तो इतना ध्यान नहीं दिया।

अगले ही दिन वो आयी, उसका नाम रवीना था, और उसको देख के मेरा लंड खड़ा हो गया वो देखने में 28-30 साल की होगी। शादी नहीं हुई थी उसकी … क्योंकि उनकी माँ की तबियत 2 साल से ठीक नहीं है इसलिए वो शादी करती नहीं है कि उनका ध्यान कौन रखेगा।

जब रवीना काम कर रही थी तो उसके चूचे मुझे दिख रहे थे। वैसे वो सांवली थी पर उसके चूचे गोरे ही लग रहे थे। उसकी गांड भी अच्छी खासी थी.

अगले दिन वो जब आयी तो मैं बाथरूम में था और पेशाब कर रहा था. वो सीधा बाथरूम में आ गयी। पर उसे नहीं पता था मैं यहां हूं.
जैसे ही वो अंदर आयी, मैं डर गया. वैसे ही मेरा लंड छोटा है और लड़की एकदम से अंदर आये तो वैसे फट जाती है।

उसने मुझे देखा मेरा लंड देखा और चली गयी।

अगले 3 दिन तक रवीना आयी. पर मेरी हिम्मत नहीं हुई कुछ कहने की। और फिर वो नहीं आई.

उसके बाद कहानी का मोड़ यहीं से था. अब यही काम वाली उस लड़की के घर भी जाती थी. वहां जाके उसने ये बात बक दी कि ऐसे ऐसे वो लड़का वह बाथरूम में हिला रहा था।
यह वाली बात मुझे बाद में
अब उसे पता था कि मैं यहां रहता हूं. इतना वो आते जाते देख लेते थे.

अगले दिन मैं शाम को अपनी बालकॉनी में खड़ा था वो लड़की भी अपनी बालकॉनी में खड़ी थी. पर मेरी हिम्मत नहीं हुई कि उसे इशारा भी कर पाऊँ कुछ।
फिर अगले दिन शाम को फिर हमने बालकोनी में एक दूसरे को देखा और फिर से यही कहानी।

अब उसके जाने में बस 1 हफ्ता बाकी थी और मैं चाहता था कि बात कर लूं किसी भी तरह से।
शाम को वो ऊपर आयी तो मैंने उसे हेलो किया। और मैंने उससे बस एक ही शब्द बोला ‘फेसबुक’
और फिर अपने रूम में आके बैठ गया।

2 दिन बाद उसने मेरी फेसबुक रिक्वेस्ट एक्सेप्ट की और मैंने उसे हेलो मैसेज भेजा। उधर से भी रिप्लाई आया और हमारी बात स्टार्ट हुई।
मैंने बोला- मुझे मिलना है.
तो वो बोली- मैं तो 4 दिन बाद जा रही हूं कनाडा … नहीं मिल पाऊँगी।
मैंने बोला- इसलिए ही कह रहा हूँ कि मिल लो. उसके बाद तो वैसे भी नहीं मिल पाओगे।

तो उसने बोला- आ जाओ, मिल लो मेरे घर पे!
मैंने बोला- घर पर कैसे आऊँ … सब होते हैं।
वो बोली- रात को 1 बजे के बाद!
पर मैंने मना कर दिया।

उसके बाद मैंने उससे उसका फ़ोन नंबर लिया और बात करने लगा।
1 दिन में ही हम काफी खुल गए थे तो मैंने हिम्मत की और बोला- आज रात आ जाऊँ घर पर?
वो बोली- आ जाओ. मैं रात को मेनगेट खुला छोड़ दूंगी, तुम बस खोल के ऊपर वाले रूम में आ जाना।

ये सब हम दोनों की ठरक थी जो ये काम करवा रही थी।

मैंने शाम को नीचे शेव की और रात का इंतज़ार करने लगा। मैंने 1 बजे रात को कॉल की कि क्या मैं आ जाऊँ?
उसने बोला कि उसे घर पे बुलाना सही नहीं लग रहा।

हम सब का सेक्स लाइफ में यही होता है. या तो बंदी नहीं मिलती या जगह।
फिर मैं गुस्से में फ़ोन रख के सो गया।

अगले दिन मैंने अपने दोस्त के फ्लैट का जुगाड़ किया और उसे बोला कि सीधा वहीं आ जाये।
मैंने उसे 1 बजे बुलाया था और खुद मैं 11 बजे कंडोम और काफी सारे फूल लेकर पहुंच गया था। मैंने थोड़ी सफाई की. फिर बेड पर फूल से थोड़ा कलाकारी की और उसको फोन किया कि वो आ जाये।

वो आयी. मैंने बिना सोचे समझे उसे हग किया और उसे अंदर ले के गया।
फिर मैंने उसे बिठाया और जूस आफर किया.
मैंने सांग्स चला दिए. उसने जूस पिया. वो काफी डरी हुई सी लग रही थी।

फिर मैंने उसे डांस के लिए पूछा तो उसने हाथ आगे किया। आपको बता दूँ कि मैं एक अच्छा डांसर हूँ. तो मैंने काफी अच्छे से डांस किया. फिर मैंने उसे पास ले आया और उसके कान के पास दांतों से टच किया वो डर गई और मुझे और कस के पकड़ लिया।

मैंने इस बार उसकी गर्दन पर किस किया और वो पीछे होके मुझे देखने लगी। मैं उसके पास गया तो वो घूम गयी. मैंने उसे पीछे से पकड़ा और फिर से गर्दन पर किस किया और वहीं धीरे धीरे उसके कान के पास दांतों से छेड़ने लगा. फिर उसके गालों को किस किया. फिर उसकी आँखों में देखा और अपने होंठों को उसके होंठों पे रख दिया. उसने मेरा साथ दिया।

पता लग रहा था कि उसे किस करनी नहीं आती है. फिर भी जैसे मैं कर रहा था वैसे वो करती रही। उसके होंठ कांपने लगे थे.

मैंने धीरे से उसको हर जगह छूना शुरू किया. अब बारी मेरी जीभ की थी. मैंने धीरे से उसके कानों को अपनी जीभ से उत्तेजित किया. उस समय उसका मुँह देखने लायक था क्योंकि वो बहुत ज्यादा उत्तेजित हो रही थी. उसके गाल एकदम गुलाबी हो गए थे।

मैंने उसका टॉप उतारा और उसने अपने हाथ अपने बूब्स पर रख लिए। शर्म उसके चेहरे पर दिख रही थी. मैंने उसको किस किया और उसके हाथों को उसके बूब्स से हटा के अपनी गर्दन पर रख दिये जिससे मैं उसकी ब्रा खोल पाऊँ।

एक झटके से मैंने उसकी ब्रा खोल दी और उसके बूब्स पर अपने हाथ रख दिये. मैंने उसके बूब्स हल्के हल्के दबाने शुरू किए. फिर किस करते करते उसकी गर्दन, फिर सीने पे और फिर उसके बूब्स को चूसने लगा.
वो सिसकारियां ले रही थी.

उसके बूब्स बहुत टाइट थे और उसके निप्पल हल्के से ब्राउन थे, काफी प्यारे लग रहे थे. मैं उनको चूसता रहा और फिर मैंने उसे उठाया और बेड पर ले गया. वहाँ उसे लिटाया और उसके बूब्स को चूसते हुए फिर उसके पेट पर अपनी जीभ घुमाता रहा.

अब उसकी लेग्गिंग उतारनी शुरू की मैंने … इसमें मुझे कोई मुश्किल नहीं हुई.
फिर मैंने देखा कि उसने ब्लैक कलर की पैंटी पहनी हुई थी जो उसके गोरे बदन पर बहुत प्यारी लग रही थी.

मैंने उसकी पैंटी उतारनी चाही पर उसने मना कर दिया। फिर मैंने उसे किस किया उसके बूब्स ज़ोर ज़ोर से दबाये. अब फिर उसकी पैंटी उतारी. इस बार वो मना नहीं कर पायी।
हम दोनों ने ही एक दूसरे को बांहों में भर लिया. हमारे जिस्म एक दूसरे जिस्मों में आग लगाने लगे.

मैंने उसकी टांगों को फैलाया और उसकी चूत पर अपने होंठों को रख दिया। मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. उसकी चूत चिकनी थी मैंने उसकी चूत में जीभ देकर उसको चाटना शुरू कर दिया और वो तड़पने लगी.
इतने में वो बहुत उत्तेजित हो गयी थी और मेरा लंड पकड़ने लगी थी.
मैंने अपने कपड़े उतारे. और तकिए के नीचे कंडोम रखा था, वो उठाया अपने लंड पे लगाया और उसके बूब्स चूसने लगा. फिर उसका पेट और धीरे धीरे मैं उसकी चूत पे आ गया। चूत पर जीभ रखते ही वो पागल सी हो गयी वो गीली होने लगी।

मैंने उसकी चूत को दो उंगली से खोला और फिर एक उंगली से उसको अंदर बाहर करने लगा।
वो मचल रही थी। उससे भी चुदास सहन नहीं हो पा रही थी.

अब मुझसे भी रहा नहीं गया. मैंने देखा कि उसकी आंखें बंद हैं.
तो मैंने अपना लंड उसकी चूत के छेद पर रखा और हल्का सा अंदर किया. उसको दर्द हुआ लेकिन मैंने पूरा लंड एक झटके में डाल दिया.
वो चिल्लाने लगी, उसकी चूत से खून आने लगा।

मैं अपने लंड को उसकी गर्म चूत में आगे पीछे करने लगा. उसको दर्द होता रहा और मैं धीरे धीरे लड़की की चुदाई करता रहा.

फ़िर वो बोली- अब सहन नहीं हो रहा. 5 मिनट रुक जाओ!
मैं रुक गया और बस उसको किस करने लगा. अब मेरा एक हाथ उसके एक दूध पर था दूसरा हाथ उसके चूतड़ों को सहला रहा था.

फिर हमने 10 मिनट बाद कोशिश की. अब उसको काम दर्द हो रहा था. मैंने उसको अगले 3-4 मिनट तक चोदा और फिर मेरे छोटे लंड ने पानी छोड़ दिया।
उसके बाद हमने एक बार और सेक्स किया और अपने घर आ गए।

उसने मुझे बताया कि सहेलियों के मुँह से उनके ब्वॉयफ्रेंड के साथ सेक्स बारे में सुन कर उसे भी सेक्स करने की इच्छा होती थी. वो अकसर इंटरनेट पर सेक्स साइट पर जाकर पोर्न विडियो और सेक्स कहानियाँ पढ़ती थी. ये सब देख पढ़ कर उसका मन करता था तो वो अपनी चूत में उंगली करती थी. पर उसने कभी सेक्स नहीं किया था.

उसने इस वक्त मुझे बताया- मुझे रवीना (वो काम वाली जिसने मेरा लंड देखा था) कि आपका छोटा है. तो मैंने सोचा कि छोटे लंड से चूत में दर्द भी कम होगा. पर छोटा लंड भी इतना दर्द करेगा ये मैंने सोचा नहीं था। मैं ये खुशी फील करना चाहती थी. अब कनाडा में तो कोई अपना नहीं होगा. तो इसलिए इस सब से डरती थी. थैंक्स इस सब के लिए! और अब 6 महीने बाद जब मैं आऊंगी तो मुझे यही प्यार तुमसे फिर चाहिए. मैं कसम से कहती हूं कि तब तक मैं किसी और को हाथ तक नहीं लगाऊंगी।

इसी तरह की प्यार भरी बातें करके हमने एक दूसरे को चुम्बन करके विदा ली.

वो 3 दिन बाद कनाडा चली गयी. और जब वो कनाडा से वापिस आ जायेगी तो मुझे अगर ये सेक्स का सुख उसके साथ मिला तो फिर बताऊंगा अपनी कहानी के जरिये आप सबको।

अगली कहानी में बताऊंगा कि कैसे मेरे कहानी पर एक लड़की ने मुझे सराहा.
उसने बोला- मेरी शादी होने वाली है और मुझको शादी से पहले सेक्स करना है. और आपका छोटा भी है तो मुझे इतना दर्द नहीं नहीं होगा.

वो फीलिंग कैसे मैंने दी, कब मिले, कैसे मिले, कैसे हमने सब मैनेज किया. ये सब बताऊंगा.

दोस्तो, मेरी एक और असली कहानी जो मेरे छोटे लंड को सुकून दे कर गयी. उम्मीद करता हूं आपको भी ये पढ़ कर मजा आया होगा। जो लड़के पढ़ रहे हैं उनको अपना सलाम और जो लड़कियाँ पढ़ रही हैं उनको मेरे छोटे लंड का पैगाम।

कहानी आपको कैसी लगी? नीचे कमेंट्स पर बता सकते हैं.