दर्दभरे बीडीएसएम सेक्स के साथ मस्ती भरे पल

हाई फ्रेंड्स! शादी के बाद भी मेरे ख्यालों में मेरा बॉयफ्रेंड ही रहता था. एक दिन मैंने पति को गुस्सा दिला दिया तो उसने मुझे नंगी करके वो सजा दी कि दर्द में भी मजा आ गया!

हैलो अन्तर्वासना स्टोरीज रीडर्स, कैसे हो आप सब?

मैं आपको अपनी एक दर्द और आनंद भरी कामुक स्टोरी बताने जा रही हूं. शायद और भी बहुत से लोगों को इस तरह के अनुभव से गुजरना पड़ा होगा और उसके बाद वो भी इस तरह के अनुभवों को अपना चुके होंगे.

ये जो कहानी मैं आपको बता रही हूं इससे बहुत लोग स्वयं को जुड़ा हुआ पायेंगे.

मैं जानती हूं कि इसके बाद मुझे सेक्स के लिए बहुत से ऑफर्स भी आने वाले हैं लेकिन फिर भी मैं आपको ये बताना चाहती हूं.

एक दिन मेरे हस्बैंड से मुझे एक मैसेज मिला- हाय, क्या तुम मेरे लिये मैगी बना सकती हो?
वो शनिवार का दिन था और मेरे पति अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलने गये हुए थे.
मैंने कहा- नहीं, मैं अपनी प्रेजेंटेशन के लिए तैयारी कर रही हूं.

मुझे पता था कि मेरे इस तरह के जवाब से उनको गुस्सा आया होगा.
मगर हमारी शादी को तीन साल हो चुके थे और हमने एक दूसरे के साथ रहना सीख लिया था.

आगे बढ़ने से पहले मैं आपको अपने बारे में बताती हूं.

मेरा नाम सिमरन है और मैं अपने कॉलेज के टाइम में पूरी पटाखा हुआ करती थी. फ्रेशर स्टूडेंट और हैंडसम लड़कों के बीच में हमेशा मैं घिरी रहती थी. पूरा कॉलेज ही जैसे मेरे आगे पीछे घूमता था.

मेरा एक बहुत ही प्यारा बॉयफ्रेंड भी था. वो एक हैंडसम मर्द था. चूंकि वो दूसरी जाति से था इसलिए मेरे घरवाले हम दोनों की शादी के लिए कभी राजी नहीं हुए.

फिर बाद में जबरदस्ती मुझे नीरव से शादी करनी पड़ी.

नीरव अच्छा कमाता था लेकिन उसको प्यार और रोमांस के बारे में कुछ नहीं पता था. वो मुझसे बर्ताव भी अच्छा करता था लेकिन वो मेरे बॉयफ्रेंड जैसा बिल्कुल नहीं था.

मेरा बॉयफ्रेंड एक कलाकार आदमी था और वो हमेशा मुझे किसी न किसी तरह से सरप्राइज़ करता रहता था.
कभी मेरे लिये गाना लिखता था, कभी मुझे लॉन्ग ड्राइव पर ले जाता था. मेरे जन्मदिन को क्रूज पर मनाता था.

मेरी जिन्दगी में पैसे की कोई कमी नहीं थी लेकिन शादी के बाद मेरी लाइफ से वो सारी चीजें नदारद हो गयीं जो मैं कॉलेज के दिनों में इंजॉय करती थी.
मुझे अब एक ही चीज में मजा आता था, और वो ये था कि मैं अपने पति को गुलाम बनाकर रखती थी.

मैं अपने पति से कभी प्यार ही नहीं कर पाई.
जब वो मुझे चोदते थे तब भी मैं अपने बॉयफ्रेंड को ही सोचा करती थी और मुझे इससे बहुत मजा मिलता था.
एक यही कारण था कि जिससे अब तक हमारी शादी टिकी हुई थी वर्ना मैं अब तक भाग चुकी होती.

अब मैं स्टोरी पर आती हूं.
मैगी बनाने की बात पर मैं हस्बैंड से बोली- दोबारा कभी मुझ पर हुक्म चलाने की कोशिश मत करना नीरव! मैं तुम्हारी नौकर नहीं हूं जो तु्म्हारे लिये खाना बनाऊंगी. मैं अपने लिये खुद कमाती हूं. अपनी जरूरतों का तुम खुद ख्याल रखो. भाड़ में जाओ तुम तुम्हारी मैगी के साथ!

मेरे पति ने इसका कोई जवाब नहीं दिया.
मगर तुरंत ही मुझे व्हाट्सएप पर एक चकित कर देने वाली फोटो मिली.

उसमें नायलॉन की रस्सी थी, डॉटेड कॉन्डम थे, चिकनाहट की क्रीम, मोमबत्ती और एक छड़ी भी थी.

मैंने उनको जवाब में गुस्से वाली इमोजी भेज दी.

कुछ ही देर के बाद मेरे पति अपनी क्रिकेट किट के साथ रूम में दाखिल हुए. वो पूरे कीचड़ में सने थे और पसीने में भीग गये थे.

मुझे उनकी ये हालत बिल्कुल पसंद नहीं आई और मैंने कहा- जाकर नहा ले हरामी, गली के कुत्ते जैसा हुलिया बना लिया है.
उसने जवाब में कुछ नहीं कहा.
वो अंदर चला गया.

मैं अपने बॉयफ्रेंड को उस वक्त बहुत मिस कर रही थी. हर शनिवार को वो मुझे क्लब लेकर जाया करता था.

मगर मेरे पति नीरव इस मामले बिल्कुल फुद्दू थे, उनको जरा भी ज्ञान नहीं था कि औरत को क्या चाहिए होता है और उसको कैसे खुश रखा जाता है.

तभी मैंने अपनी ब्लैक टाइट लैगिंग पहन ली. अपनी ब्रा को कसा और एक नेट जैकेट पहन ली.
मेरा मूड बहुत खराब था. मैं नीरव को सजा देना चाहती थी. साथ में ये भी सोच रही थी कि मेरे बॉयफ्रेंड के साथ मेरी लाइफ कितनी अलग होती.

मैं लिविंग रूम में बैठी हुई उसका इंतजार कर रही थी.

नीरव किचन से मैगी हाथ में लिये हुए आया.
मुझे पता था कि वो क्रिकेट खेलकर थका हुआ है.

मैंने उसके हाथ से मैगी की प्लेट लेकर फेंक दी और उसे सोफे पर धकेल दिया.

“तुम्हारी हिम्मत कैसे हुए अकेले अकेले खाने की? तुम्हें तमीज नहीं है कि तुम पहले मुझसे पूछो इस बारे में? मेरे बॉयफ्रेंड ने मेरे साथ ऐसा कभी नहीं किया. वो हमेशा पहले मुझे खाने देता था. मगर तुम एक चूतिया इंसान हो”. मैंने कहते हुए उसको एक थप्पड़ मार दिया.

उसने शॉर्ट्स पहने थे और टीशर्ट डाला हुआ था, साथ में चश्मा भी लगाया हुआ था.

मेरा तमाचा इतना जोर का था कि उसका चश्मा आंखों से उतर कर गिर पड़ा. वो उसको उठाने के लिए फर्श की ओर झुका.

मगर मैंने उसको चश्मा नहीं उठाने दिया और बोली- तुम उठाकर दिखाओ इसे हिम्मत है तो? मैं तुम्हें खुद को नंगी नहीं देखने दूंगी. मुझे गुस्सा आता है कि मेरे बॉयफ्रेंड के अलावा मुझे कोई और नंगी देखे.
शादी के लिए मना नहीं कर सकता था साले? अब कर ली ना? अब भुगत सारी जिन्दगी. मैं तुझसे कभी प्यार नहीं करूंगी. तू हमेशा मेरा गुलाम ही रहेगा. उससे ज्यादा कुछ नहीं. तू मेरे लिए बस एक कुत्ता है, इन्सान नहीं.

मैंने उसको चुटकी काट ली और वो वहीं खड़ा रहा.
उसको मैंने दो चार थप्पड़़ और मारे.

मेरी ये शादी वाहियात थी मेरे लिये.
मगर हम दोनों ने इसे अपना लिया था और हमारी फैमिली को इस बारे में कुछ नहीं पता था.
शायद हम दोनों के पास ही कोई और चारा नहीं था.

अब मैं अपने पति को सजा देना चाहती थी. मैंने उसकी टीशर्ट को निकाल दिया और उसकी निप्पल्स को कई बार काटा.
वो दर्द में कराह रहा था. आप सबको भी पता होगा कि औरत कितनी बुरी तरह से काटती है, ये हमारा गुप्त हथियार होता है.

उसके बाद मैंने वो छड़ ली और उसकी हथेलियों पर मारा.
उसकी हथेली लाल हो गयीं.

“तुमने मेरी जिन्दगी बर्बाद कर दी, कमीने.”
नीरव के मुंह से एक शब्द नहीं निकल रहा था और वो शर्म से गर्दन झुकाए खड़ा था.

फिर मैं उसको बेडरूम में ले गयी. मैं पूरे दिन से सिगरेट पी रही थी. इसलिए मैं बस अपने पति में अपने बॉयफ्रेंड को फील करना चाहती थी. मैंने उसको भी एक सिगरेट दी.

वो खांसने लगा क्योंकि उसने कभी धूम्रपान नहीं किया था.
उसके बाद मैंने उसको बेड में धकेल दिया.

बेड के सिरहाने पर लोहे की रॉड लगी थीं, इससे उसके हाथों को मैं आसानी से बांध सकती थी.

मैंने नीरव के हाथों को बांध दिया और उसको छड़ से मारने लगी.
उसका लंड खड़ा होने लगा था.
ये मैं जरूर कहूंगी कि मेरे पति का लंड बहुत बड़ा है.

मैंने उसके लंड को हाथ में जोर से पकड़ा और उसकी गोटियों को जोर से भींच दिया.
वो बच्चे की तरह चिल्लाया.

मैंने उसके शॉर्ट्स को निकाल दिया और उसके लंड की मुठ मारने लगी.
मैं उसके लंड की गर्मी को महसूस कर सकती थी.

मैंने अपनी जैकेट निकाल दी और अपने बूब्स को उसके मुंह पर दबाने लगी.
ऐसा करने से उसको सांस लेना मुश्किल हो गया.

वो मेरे बूब्स को चूसने लगा और लगभग 15 मिनट तक चूसने के बाद मेरे बूब्स एकदम लाल हो गये. मैं उसके लंड को मसलती रही.

अब मैंने अपनी ब्रा निकाल दी और उसके मुंह को भी बांध दिया.
मैं चाहती थी कि जब मैं उसके लंड को सजा दूं तब वो आवाज न कर सके.

मैंने उसके लंड को ऊपर से चाटना शुरू किया. फिर उसकी बॉल्स को जोर से दबोच लिया और लंड को गले तक ले गयी.
अबकी बार मेरा गला पूरा बंद हो गया था.

वहां पर एक मोमबत्ती थी. मैंने सिगार जलाया और मोमबत्ती भी जला ली. फिर पिघलते मोम को मैं उसकी छाती पर गिराने लगी.
वो दर्द में कराहने लगा. वो आवाज नहीं कर सकता था क्योंकि उसके मुंह पर मैंने अपनी ब्रा बांधी हुई थी.
वैसे उसको मजा भी आ रहा था.

मैं जानती थी कि बिना चश्मे के वो मुझे अच्छी तरह से नहीं देख सकता है इसलिए मैंने अपनी लैगिंग निकाल दी.
मेरी चूत पूरी गीली हो चुकी थी.

मैंने फिर से उसके लंड को चूसना शुरू किया. मुझे लंड चूसने में बहुत मजा आ रहा था.

मेरी चूत से पानी टपक रहा था.

अगले ही पल मैं अपने पति के सख्त उठे हुए लंड पर बैठ गयी और उसकी सवारी करने लगी.
मैं सोचने लगी कि ये मेरा पति नहीं मेरा बॉयफ्रेंड है और मैं उससे चुद रही हूं.

मैं उसके लंड पर कूदती रही.

जल्दी ही मुझे सांस चढ़ने लगे मगर उसका लंड अभी भी वैसा का वैसा ही तना हुआ था.
मैंने अपने हाथों को उसकी छाती पर रखा और तेजी से उसके लंड को लेने लगी.

वो अपने सिर को दायें बायें पटक रहा था. उसके हाथ बंधे थे और उसको पूरा मजा आ रहा था. मगर वो कुछ कर नहीं सकता था. इसलिए बेबस था और उसका छूटने वाला था.

फिर मैं उठी और मैंने उसके लंड को मुंह में ले लिया.

उसके बाद मैंने चूत को उसके मुंह की ओर करके उसके मुंह पर टिका दिया.
कुछ देर हम दोनों ऐसे ही लेटे रहे और चुसाई करते रहे.

अब मैं उसको भी मजा देना चाहती थी इसलिए मैंने उसको खोल दिया.
खोलते ही उसने बिना कुछ कहे मुझे थप्पड़ मारा.

फिर मैं फर लेकर आई और उसको टेबल पर बिछा दिया.

मैं बस अब सोच रही थी कि मुझे सजा देने के लिए उसका अगला कदम क्या होगा.

उसके बाद उसने मेरे बूब्स पर मारना शुरू किया और एक के बाद एक उसने कई तमाचे मेरे बूब्स पर मारे.

उसमें मैं अपने बॉयफ्रेंड को ही देख रही थी. मुझे कुछ होश नहीं रह गया था.

उसके बाद उसने मेरे हाथ बांधे और मेरी गांड को थप्पड़ लगाने लगा. टेबल पर फर बिछा था इसलिए चोट लगने का खतरा भी नहीं था.

मैं टेबल पर लेट गयी थी.
उसके बाद उसने छड़ी उठाई और मेरी जांघों के भीतरी हिस्से पर मारने लगा.

उसने मुझे टांगें फैलाने के लिए कहा. मैं टेबल पर नंगी लेटी थी और मेरा मुंह व बूब्स टेबल पर दबे थे और हाथ हवा में थे. मेरी गांड पति की ओर थी.

जब मैंने टांगें नहीं फैलाईं तो उसने मुझे एक और तमाचा मारा.

उसके बाद कुछ पल के लिए न जाने वो कहां गायब हो गया और फिर से वापस आया.
उसने आकर मेरी चूत में बर्फ के टुकड़े रख दिये. मैं अपने छेद में ठंडक का अहसास कर रही थी.

उसने फिर से मुझे छड़ से मारा और मेरी टांगों को फैलवा दिया.
उसके बाद वो मेरी चूत में तीन उंगलियों से चोदने लगा.
मेरी चूत से लगातार रस बह रहा था.

फिर उसने मेरे क्लिट को काट लिया और मैं जोर से सिसकार उठी- रुको … रुको … रुको नीरव!
मगर वो अच्छी तरह जानता था कि उसको क्या करना है.

वो फर्श पर बैठ गया और मेरी चूत को खाने लगा.
उसमें उसने कुछ टुकड़े बर्फ के और डाल दिये.

अब चुदाई का अंतिम दौर आने वाला था.
वो मेरे मुंह के पास आया और फिर से लंड चूसने के लिए कहने लगा.

मैंने उसके पूरे लंड को फिर से मुंह में ले लिया.
मेरा गला रुक गया.

मैंने उसके लंड पर थूका और उसको पूरा चिकना कर दिया. फिर उसने पूरा लंड फंसा दिया और मेरा गला बंद कर दिया.

उसके बाद उसने ड्यूरेक्स वाली चिकनाई से मेरी गांड को चिकनी किया और अपने लंड को भी.
फिर उसने छड़ मारकर मुझे टांगें फैलाने के लिए कहा.

वो धीरे धीरे मेरी गांड पर लंड को रगड़ने लगा. उसने मेरे बालों को खींचा और मैं दर्द में कराह उठी.

पीछे खींचते ही उसका लंड मेरी गांड में चला गया. उसने मेरी गांड को पकड़ा और मेरी गांड को वहशी जानवर की तरह चोदने लगा.

मैं आनंद में सिसकार रही थी.
मुझे दर्द और आनंद दोनों का अहसास बराबर हो रहा था.

मैं सोच रही थी कि अगर ये मेरा बॉयफ्रेंड होता तो कितना अच्छा होता.

मगर जैसे ही मैं मुड़ी तो मैंने नीरव को ही पीछे खड़ा पाया. इतने में ही उसने लंड बाहर निकाला और उसकी मुठ मारते हुए मेरे मुंह पर वीर्य की पिचकारी मार दी.

उसका वीर्य मेरे पूरे चेहरे पर फैल गया.
मैं एक आदर्शवादी पत्नी की तरह उसके माल को चाट गयी.

उसके बाद हमने गर्म पानी का शॉवर लिया और खुद को साफ किया.

हम दोनों ने ज्यादा बात नहीं की लेकिन नीरव ने एक बार फिर से मेरी गांड चोद दी.
वो मेरी गांड का दीवाना था.

उसके बाद हमने पिज्जा खाया और ए.सी. चलाकर सो गये.

तीन साल से हम दोनों एक दूसरे के गुलाम की तरह रह रहे हैं.
मैं यही कल्पना करती रहती हूं कि एक दिन मेरा बॉयफ्रेंड भी मुझे इसी तरीके से चोदेगा. मैं उस दिन के इंतजार में हूं.