मेरी जान शायरा-3

मैंने शायरा की गलतफहमी दूर कर दी थी. कम‌ से कम वो अब मुझे गलत तो नहीं समझेगी, इसलिए चाय पीने के बाद भी मैं मकान मालकिन के पास बैठकर बातें करता रहा.

कमसिन जवानी की प्यास-8

तेरी मम्मी को मैं भी चोदने वाला था. सब बात हो गई थी. मैंने उसके दूध भी बहुत दबाए थे. तेरी मम्मी ने मेरा लंड चूस कर मेरा जल्दी से रस निकाला था और पी गई थी.

शिमला की ठण्ड में लंड की तलाश

मेरी हॉट इंडियन चुत को नए नए लंड की जरूरत थी. मुझे बस चुदने का बहाना चाहिए. सामने कोई भी क्यों न हो, बस मर्द होना चाहिए जो मुझे रगड़ कर रख दे.

कमसिन जवानी की प्यास-5

मुझसे रहा नहीं जा रहा था. मेरी शर्म भी ना जाने कहाँ चली गई. मुझे यह भी नहीं होश कि क्या बोलना चाहिए, मैं बोली- अंकल चोद दीजिए.. मुझसे कुछ नहीं कहा जा रहा. न सह पा रही हूँ. बस जल्दी करिए.

बेइन्तेहां वासना की जलन-9

अपनी बड़ी बहन की चुदाई देख कर छोटी वाली की कामुकता अपने चरम पर थी. वो मुझसे गुस्सा थी लेकिन अपनी वासना के कारण वो फ़टाफ़ट मुझसे चुदना चाह रही थी.

कमसिन जवानी की प्यास-2

मेरी चूत पूरी गीली हो चुकी तो अब वही चूत का रस अंकित निकाल कर मेरे पीछे मेरी गांड में लगाने लगा मेरे कूल्हे फैलाकर मेरी गांड के सुराख में जहाँ छेद था वहाँ एक उंगली हल्के से डालने लगा.

बेइन्तेहां वासना की जलन-4 

बेहद छोटी निकर थी, मुझे लगा कि वो फट जाएगी लेकिन फटी नहीं। निकर लो-कट थी, एलास्टिक धुन्नी के काफी नीचे थी और निकर फुद्दी पर कस गई थी, मेरी मेहंदी लगी जांघें पूरी नंगी दिख रही थी.

कमसिन जवानी ताबड़तोड़ चुदाई-1

मैं मौसी की बेटी की शादी में गयी थी पन्द्रह दिन के लिए. उन दिनों में कई मर्दों ने मेरी चुदाई की. इस भाग में पढ़ें कि मैं अपनर दादा की उम्र के आदमी से चलती कार में कैसे चुदी.

सेक्स का मस्ती भरा खेल-5

मैं अपनी छोटी भतीजी को चोद रहा था. उसकी कुंवारी चूत की सील टूट चुकी थी. अब चूत रस निकलने के कारण लंड सुगमता से अंदर बाहर हो रहा था. लेकिन उसकी बड़ी बहन…

सेक्स का मस्ती भरा खेल-9

अपनी बड़ी बहन की चुदाई देख कर छोटी वाली की कामुकता अपने चरम पर थी. वो मुझसे गुस्सा थी लेकिन अपनी वासना के कारण वो फ़टाफ़ट मुझसे चुदना चाह रही थी.