बंगलुरु की हॉट गर्ल की मालिश और चुदाई

एक महिला की मालिश के लिए मैं बेंगलूरू गया. वो बहुत खूबसूरत थी. मेरा लंड उसकी चूत चुदाई के लिए उछल पड़ा पर मुझे सिर्फ मालिश करनी थी. फिर वहां क्या हुआ?

घर में पति की गैरमोजूदगी की रात

मेरा पति अपने दोस्त की बीवी को चोदने उसके घर चला गया. तो मैं क्या करती … मेरी चूत भी मचलने लगी, लंड मांगने लगी. मैंने अपनी प्यास बुझाने के लिए क्या किया?

शादीशुदा भाभी का कौमार्य भंग-7 

गे पति की पत्नी की कुंवारी बुर को मैंने पहली बार चोद कर मजा दिया. वो मुझसे चुद कर पूर्ण रूप से संतुष्ट थी. पढ़ें कि मैंने कैसे भाभी को चुदाई का मजा दिया.

गीली चूत में मेरे लंड ने किया कमाल

मैं जिगोलो बनाने की कोशिश में एक मैडम से मिला. वो मेरे लंड से खुश हुयी और उन्होंने मुझे एक कम्पनी की मालकिन के पास उनके मनोरंजन के लिए भेजा. मेरी हॉट चुदाई स्टोरी पढ़ कर देखें कि कैसे मैंने उस लेडी को खुश किया.

मेरी कॉलबॉय बनने की कहानी

मैं एक सीनियर के साथ हॉस्टल में रूम शेयर करता था. वह अक्सर रात को बाहर रहता था और खूब खर्च करता था. पूछा तो उसने मुझे बताया कि वो काल बॉय है. उसने मेरी मदद कैसे की?

मेरे ऑफिस की मैनेजर बनी मेरी कस्टमर

मुझे मेरे एक दोस्त ने काम दिलवाया लेकिन उससे मेरी ज़रूरतें पूरी नहीं हो पा रही थीं. फिर मैंने वो किया जिससे मैं मालामाल हो गया. एक कस्टमर तो मेरी बॉस ही मिली, पढ़ें मेरी इस सच्ची कहानी में.

रंडी की मदद कर चूत मारी

मुझे चोदाई का शौक है तो मैं अक्सर रंडी की चोदाई करता हूँ. एक दिन एक रंडी की गांड मारने के दोगुने पैसे की बात की तो वो मान गयी. लेकिन वो चुदती हुयी रो रही थी. क्यों?

अकेली औरत की चूत की आग बुझाई-2

जब मैं पहली बार पूर्वी को कुतिया बना कर चोद रहा था, तभी उनकी गुलाबी गांड देखकर मन बना लिया था कि मौका मिला तो मैडम की गांड भी मारूँगा … और आज वो दिन शायद आ गया था.

अकेली औरत की चूत की आग बुझाई-1

दोस्तो, अन्तर्वासना वेब साइट के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार! मैं बहुत साल से इस वेबसाइट पर से चुदाई की कहानियाँ पढ़ता आया हूँ या यों कहूँ कि बिना चुदाई की कहानिया पढ़े ना तो मेरा दिन पूरा होता है और ना ही रात…

बाप मादरचूत बेटी महा मादरचूत-4

बाप बेटी चुदाई की कहानी में आपने पढ़ा और उसके दोस्त दोनों ने बेटी की चूत गांड को होटल में खूब बजाया. बाप घर पहुंचा तो वो घर में भी बेटी से सेक्स करना चाहता था मगर …