विधवा सहेली की वासना की आग-1
मेरी एक सहेली कई साल पहले विधवा हो गयी थी. उसकी अन्तर्वासना चुदाई मांगती थी पर डरती थी वो बदनामी से! मैंने अपने एक यार से उसकी मदद करने को कहा.
अन्तर्वासना सेक्स कहानी with thousands of hindi sex stories in hindi.
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मेरी एक सहेली कई साल पहले विधवा हो गयी थी. उसकी अन्तर्वासना चुदाई मांगती थी पर डरती थी वो बदनामी से! मैंने अपने एक यार से उसकी मदद करने को कहा.
बेहिसाब चुम्बनों का आदान-प्रदान जारी था. हम दोनों अपनेआप से बेसुध, तेज़ी से एक-दूसरे में समा जाने का उपक्रम कर रहे थे. दोनों की सांसें भारी और बेतरतीब हो रहीं थी.
मैं वसुंधरा वस्त्र-विहीन जिस्म पर ऊपर-नीचे अपनी जीभ फेरता या चुम्बन लेता, वसुन्धरा का पूरा शरीर तन जाता और सिहरन की लहरें वसुन्धरा के शरीर में उठनी शुरू जाती.
वसुंधरा ने तत्काल अपने होंठ खोल दिए. मैंने बहुत कोमलता से उसके अधीर अधरों का एक चुम्बन लिया और हौले से अपनी जीभ वसुंधरा के मुंह में डाल दी.
मुझे सेक्स हर तरह से पसंद है। सेक्स जितना गंदा हो, मुझे उतना अच्छा लगता है। मुझे तो ऐसा लगता है कि मैं सेक्स एडिक्ट हूँ। मेरी अन्तर्वासना कहानी पढ़ कर मुझे एक दोस्त मिला.
रात को तीनों लड़कियों की चुदाई नहीं हुई. लंड हाथ से हिलाते हुए मेरे मुँह से मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में निकल गया था. वो मेरी बहन की सहेली की ननद निकली.
मेरे होंठ, नाक उसकी नाईटी, पैंटी के आवरणों सहित दोनों जांघों में ठीक उसकी योनि पर थे. मैंने लम्बी सांस ली. मेरे नथुनों में योनि से निकली जानी-पहचानी मादक महक भर गयी.
पिछली रात हमने तीनों लड़कियों की गांड मारी थी. आज वे तीनों डिलडो लेकर हमारी गांड मारने पर उतारू हो रही थी. उन्होंने हम तीनों लड़कों को नंगा करके घोड़ा बना लिया और …
मैंने पैंटी में से हाथ निकाल कर अपने नाक के पास करके लम्बी सी सांस ली. मेरी हथेली से वसुंधरा के जिस्म के पसीने और डियो की मिलीजुली, सौंधी सी महक आ रही थी.
अचानक ही हवा में एक जादू सा घुल गया, यूं लगा कि फ़िज़ां कुछ और रंगीन हो गयी हो जैसे. सच कहता हूँ दोस्तों! कुछ मुस्कुराहटें होती ही इतनी दिलकश हैं कि पूछिए मत.