बहन और बीवी की ब्लू फिल्म

हेलो दोस्तों, मेरी इस कहानी के पिछले भाग
मेरी बीवी ने देखी अपने भाई भाभी की डर्टी पिक्चर
में आप सबने पढ़ा होगा की मेरी बीवी ने अपने भाई और भाभी को सेक्स करते देख लिया था. उन दोनों की चुदाई देख कर मेरी बीवी की चूत में आग लगी हुई थी. वो अपनी चूत की इस आग को शांत करवाने के लिए वो भूखी शेरनी की तरह मेरे लंड पर टूट पड़ी.

बीवी की चुदाई के बाद मुझे भी थकान सी हो रही थी और खुद को फ्रेश करने के लिए मैं बाथरूम में नहाने के लिए चला गया.

अब आगे:

राशि कॉफ़ी पीने लगी और मैं नहाने चला गया. मैं शेव कर रहा था कि राशि की आवाज़ आई- मैं दूसरे बाथरूम में नहाने जा रही हूँ, अगर तुम पहले आ जाओ तो इंतज़ार कर लेना. मैं आकर नाश्ता लगा दूँगी.

मैं नहाकर बाथरूम से निकला ही था कि राशि ने पीछे से मेरे चूतड़ दबाते हुए पीठ पर अपने दांत गड़ाए और तौलिया उतारकर लण्ड हिलाने लगी। राशि के नर्म मुलायम हाथ का स्पर्श मिलते ही लण्ड पूरा खडा हो गया और राशि एक हाथ से लण्ड सहलाते हुए दूसरे हाथ से मेरे चूतड़ दबाते दबाते पीठ पर चूमने लगी।

धीरे धीरे पीठ को चूमते चाटते चाटते राशि नीचे बैठ कर चूतड़ों पर चूमने लगी. कुछ देर तक मेरी गांड को चूमने के बाद वो खड़ी हुई और अपने होंठ मेरे होंठों से सटाकर अपनी जीभ से मेरी जीभ के साथ कुश्ती करने लगी।

राशि के बादामी जिस्म को मैंने कपड़ों से आजाद किया और उसके उत्तेजक चूचों को दबाने लगा। कुछ ही मिनटों में उसने मेरा सिर अपने चूचों पर लगा दिया और मेरे बाल पकड़ कर चूचे जोर से चूसने का इशारा करने लगी।

मैं राशि के चूचों को तेजी से चूसने लगा. उसके चूचों के निप्पलों को जोर से मसलने लगा. निप्पलों के लाल होने तक उसके चूचे चूसने के कारण राशि की आंखें वासना से भर गयी थी. उसने मुस्कराकर एक झटके से खुद को अलग किया और नीचे बैठ कर मेरे लण्ड को मुँह में लेकर चूसने लगी।

“तुम तो नाश्ता लगाने वाली थी न, ये लंड चूसने की बात कहाँ से आ गयी?” मैंने उसे छेड़ते हए कहा.
“मैंने सोचा कि तुम्हारी थोड़ी सी एक्सरसाइज और करवा दूं ताकि तुम अच्छे से खाना खाकर ऑफिस जाओ और सारा दिन तसल्ली से काम में ध्यान लगाओ. अब तुम डिस्टर्ब मत करो और लंड का मज़ा लेने दो.”

इतना बोलकर राशि ने लंड चूसने की रफ़्तार में इजाफा किया और बड़ी बेरहमी से उसे अपनी जीभ से मेरे लंड को जैसे मांजने लगी. 15-20 मिनट तक लंड को मस्ती में चूसने के बाद वो उठी और होंठों से मेरे निप्पल्स चूसकर बोली- अगर ज्यादा भूख लगी है तो मेरे चूचे पी लो!

मैंने अपना मुंह उसके चूचों में घुसा दिया और उसकी गांड को दोनों हाथों से भींच कर उसके चूचे और निप्पलों को चूसने लगा.
“दोनों हाथों से गांड दबाने से क्या फायदा, एक हाथ से गांड दबाओ और दूसरे हाथ से चूत में उंगली करो, तब ज्यादा मज़ा आएगा.” उसने अपनी इच्छा जाहिर करते हुए सिसकारते हुए कहा.

अपनी चुदासी बीवी का हुक्म मान कर मैंने अपनी उंगलियों से उसकी चूत और चूत के दाने को रगड़ना शुरू किया. मेरी बीवी की चूचियों, चूत और गांड तीनों को ही एक साथ मसलने व रगड़ने के कारण राशि 15 मिनट में ही दो बार झड़ गई.

उसने दूसरी बार झड़ने के बाद झटके के साथ मुझे ज़मीन पर लिटाकर मेरे लंड को अपनी जीभ से गीला किया. मेरे लंड पर जीभ फिराते हुए उसने मेरे लंड को चिकना कर दिया और चूत को लंड पर टिका कर जोर जोर से उछलने लगी.

उसकी उछाल मारती चूचियों को मैं दोनों हाथों से दबा रहा था और वो अपने दोनों हाथों से अपने बाल पकड़ कर हाथ उचकाए हुए थी जिससे उसकी पोजीशन इतनी कामुक हो गई थी कि लंड झड़ने का नाम नहीं ले रहा था.

20-25 मिनट तक राशि ने खुद को इसी पोजीशन में चुदवाया. फिर मैंने उसे कुतिया बना कर चोदना शुरू किया. कुतिया बनने के बाद उसमें और जोश आ गया और वो अपनी गांड हिला हिला कर मेरा साथ दे रही थी.

थोड़ी देर में हम दोनों ने एक साथ पानी छोड़ दिया. मुझे जैसे संतुष्टि सी मिल गयी थी लेकिन राशि के चेहरे पर कुछ ज्यादा ही संतोष भरे भाव थे. राशि ने लंड चाट कर साफ़ किया और मैंने उसकी चूत चाट कर साफ़ की.

और फिर नाश्ता करके हम अपने अपने काम पर निकल गए.

राशि का दफ्तर मेरे दफ्तर के रास्ते में ही पड़ता था. राशि ने गाड़ी चलाते चलाते अचानक यू टर्न लिया और गाड़ी वाटर पार्क की तरफ मोड़ते हुए अपने ऑफिस में छुट्टी के लिए बोलने लगी. मैं इससे पहले कि उसकी मंशा को समझ पाता उसने मेरे हाथ से फोन लिया और मेरे बॉस को भी फोन लगाकर छु्ट्टी के लिए बोल दिया.

मैं उसकी इस हरकत पर अवाक् सा रह गया था. समझ नहीं पा रहा था कि उसके मन में चल क्या रहा है.

फिर उसने वाटर पार्क पहुंच कर मुझसे लिपटते हुए कहा- जान … आज एक नया एडवेंचर करते हैं. घर पर तो रोज़ ही चुदाई करते हैं. आज नए खुले एडल्ट वाटर पार्क में चल कर नंगे होकर प्यार करेंगे एक दूसरे से! चलो!

राशि ने अपनी बात पूरी करते हुए कहा- अवंतिका ने बताया था इस पार्क के बारे में. इस पार्क में यहाँ सुबह के समय कपल्स ही आते हैं.

कुछ ही देर में हम वहां पहुँच गए और गाड़ी पार्किंग में लगा कर हम बिल्डिंग में घुसे और फीस कटवाकर रूम लिया और शावर लेकर हमने स्विम सूट पहन लिया. फिर बाहर आकर मैंने जिज्ञासावश इधर उधर नज़रें दौड़ाई तो वहां का नज़ारा बेहद कामुक था.

वाकई वहां पर कई कपल्स खुले में सेक्स का आनंद ले रहे थे. मैंने और राशि ने स्विम सूट उतारे और नंगे होकर एक छोटे स्विम एरिया में चले गए. कुछ मिनट तक पानी का आनंद लेने के बाद वहां के कामुक वातावरण में मेरा लंड पूरा तरह से खड़ा हो गया और राशि के जिस्म की भीनी भीनी खुशबू मुझे मदमस्त करने लगी.

राशि ने मुझे ऊपर बैठने का इशारा किया. मेरा लंड सामने की ओर तोप की तरह उठा हुआ था. राशि ने मेरे तने हुए लंड को कामुक नजरों से देखा और हाथ में लेकर उसको अगले ही पल अपने मुंह में भर लिया. मेरी बीवी मेरे लंड को मस्ती में चूसने लगी. गीले लंड को बीवी के गर्म मुंह में देकर एकदम से मेरी आह्ह … सी निकल गयी.

मेरी बीवी ने लंड चूसना शुरू ही किया था कि मेरी नज़र सामने पड़ी. मेरी जुड़वाँ बहन पल्लवी नंगी अपनी टाँगें पूरी फैला कर ओपन शावर ले रही थी और उसका पति अविनाश नीचे बैठा हुआ उसकी चूत चूस रहा था.

पल्लवी के नंगे बदन को देख कर मेरा लंड और ज्यादा तनाव में आ गया और मैंने राशि के बाल पकड़ कर उसके सिर को जोर जोर से ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया.

राशि को भी मेरी इस हरकत में दोगुना मजा आने लगा. पल्लवी कभी अपनी चूचियां खुद मसल रही थी तो कभी अपने गाल मसल रही थी. कभी अपने बालों को सहला रही थी तो कभी अविनाश के सिर के बालों को सहला रही थी.

पल्लवी के दोनों चूचे राशि के चूचों जितने ही थे मगर पल्लवी की गांड राशि की गांड से चौड़ी और बड़ी थी. मेरी बहन की गांड को देख कर किसी का भी लंड उफान मार लेता था. पल्लवी के बादामी रंग के नंगे बदन को देख कर मेरे मुंह से एक जोर की आह्ह निकल गयी.

इतने में ही राशि बड़बड़ाई- क्या हुआ चोदूनाथ! इतनी ठंडी में तुमने इतनी गर्म आह … कैसे भरी अभी से!
राशि ने मेरा लंड चूसते चूसते तंज कसा.
“मुझे लगता है कि तुम्हारे दोनों चूचों के साथ साथ तुम्हारी गांड भी चौड़ी और बड़ी करने उपाय तलाशना पड़ेगा.” मैंने सिसकारते हुए कहा.

राशि ने मेरी मंशा को भांपते हुए हैरानी से कहा- हैं?? पल्लवी दीदी यहाँ है क्या? साथ में कौन है! अविनाश या कोई और? पक्का पल्लवी ही होगी. उसकी गांड देख कर ही तुमने ये बात कही है. उसी के चूतड चौड़े और बड़े बड़े हैं, बिल्कुल तुम्हारी माँ की तरह!

उसी वक्त राशि ने मेरा लंड चूसना छोड़कर इधर उधर देखना शुरू किया- वो रहे दोनों. मानना पड़ेगा, पल्लवी तुम्हारी जुड़वाँ बहन होते हुए भी तुमसे 5 साल छोटी लगती है, उसकी चूचियां देखो, मेरा भी मन करने लगा है उन दोनों चूचो को चूसने के लिए!
फिर वो बोली- तुम आराम से पल्लवी की चुदाई देखो, तब तक मैं तुम्हारा लंड चूसती हूँ.

अविनाश ने पल्लवी की चूत चूस चूस कर उसे इतना उत्तेजित कर दिया कि पल्लवी शायद झड़ ही गयी और उसने अपने पाँव ढीले छोड़ दिए और बैठ गयी.

पल्लवी के बैठते ही अविनाश ने खड़े होकर अपना 8 इंच लम्बा मोटा काला लंड पल्लवी के मुंह में घुसा दिया और पल्लवी भी भूखी शेरनी की तरह लंड को चूसने लगी. पल्लवी अविनाश के लंड को एक घंटे तक बैठी बैठी मस्ती में चूसती रही और अविनाश लंड चुसवाने के मज़े लेता रहा.

फिर पल्लवी को अविनाश ने कुतिया बनाया और लंड उसकी गांड में पेल दिया. 2-3 मिनट पल्लवी की गांड पेलने के बाद उसने लंड चूत में घुसाया और तेजी से मेरी बहन की चूत को चोदने लगा.

लगभग आधे घंटे तक चुदाई करने के बाद पल्लवी ने अविनाश के सिर को अपनी चूचियों में घुसा दिया और अविनाश उसके चूचे चूसने लगा. कुछ देर तक मेरी बहन के चूचे चूसने के बाद फिर उसने खुद को अलग किया और उसके तुरंत बाद पल्लवी ने अविनाश को लेटा कर उसके बदन को चूमना शुरू किया और आखिर में उसके सोये हुए लंड को जीभ से चाटने लगी.

मेरी बहन इतनी मस्ती में अविनाश के लंड को चाट रही थी. लंड को ऐसे मस्ती में चाटते हुए देखकर मुझे इतनी उत्तेजना हुई कि मैंने राशि को झटके से उठाया और उसे गोद में लेकर लंड उसकी चूत में घुसा दिया.

राशि ने एक ‘आह्ह’ के साथ लंड को चूत में लेते हुए सिसकारते हुए कहा- पल्लवी के द्वारा लंड की चुसाई देख कर कुछ ज्यादा ही मस्त हो गए हो, ऐसा लग रहा है!

वो भी उन दोनों की ओर देख कर सिसकारते हुए बोली- आह्ह … क्या बात है, मज़ा आ गया. चोदो मुझे मेरे लंड महाराज, जोर से चोदो, मेरी चूत को फाड़ दो, मेरी गांड को फाड़ कर मटका बना दो.

राशि जोर जोर से सिसकारने लगी- उम्म्ह… अहह… हय… याह… हांह … और जोर से… चोदो, और जोर से झटके मारो. मेरे सरताज मेरी चूत का भरता बना दो. चूत को पेलने के बाद मेरी गांड भी तुम्हारे लंड की गुलामी करने के लिए तैयार है. मैं चाहती हूं कि तुम आज सारा दिन मुझे चोदो.

मैंने बिना कुछ बोले चुदाई जारी रखी और झड़ने से ठीक पहले लंड उसके मुंह में घुसा कर पिचकारी दे मारी. मेरे लंड से वीर्य की जोश भरी पिचकारियां निकल कर राशि के मुंह में भरने लगीं. उसने ने भी मेरा सारा वीर्य पी लिया और फिर लंड को चूसने में लग गयी.

वहीं दूसरी तरफ पल्लवी ने अविनाश का लंड चूस चूस कर लोहे की रॉड जैसा कर दिया और फिर उस पर चढ़कर अपनी गांड मरवाने लगी. कुछ देर गांड मरवाने के बाद पल्लवी ने अपनी चूत में लंड डाला और जोर जोर से उछलने लगी.

उसकी उछलती चूचियों को देख देख कर मेरा लंड एक बार फिर से खड़ा हुआ और मैंने राशि को कुतिया बना कर उसकी गांड मारना शुरू कर दिया. पूरे 25 मिनट उसकी गांड को पेलने के बाद भी लंड जब शांत नहीं हुआ तो मैंने लंड उसकी चूत में घुसाया और उसे पेलना शुरू किया. चूत में लंड घुसते ही राशि भी गांड हिला हिला कर चुदाई में मेरा साथ देने लगी.

मेरे लिए यह नज़ारा काफी आनंददायक था कि एक तरफ राशि कुतिया बन कर अपनी गांड हिला हिला कर मुझसे चुदवा रही थी और वहीं दूसरी ओर पल्लवी अविनाश पर बैठी उछल उछल कर चुद रही थी.

राशि की हिलती हुई गांड और पल्लवी की हिलती हुई चूचियां मेरे जोश को लगातार और भी ज्यादा बढ़ा रही थीं. फिर न जाने कब मेरा ध्यान पल्लवी से हट कर पूरी तरह से राशि पर आ टिका और हम दोनों देर शाम तक वहां चुदाई का आनंद लेते रहे.

चुदाई का पूरा मजा लेकर हम वहां से बाहर निकल आये.

बाहर निकल कर जैसे ही हम गाड़ी में बैठे तो अविनाश और पल्लवी ने गाड़ी खोली और अन्दर आकर पल्लवी ने कहा- हेल्लो सेक्सी कपल! आज बड़ी मस्त चुदाई कर रहे थे, क्या बात है! कैसे फुर्सत मिली?

इतने में ही पल्लवी ने तंज मारते हुए कहा- पार्क में आप दोनों के ही चर्चे थे. सब लोग आपको ही देख रहे थे. थोड़ा आराम से किया करो भाई जान… कहीं मेरी भाभी की चूत का कचूमर न निकाल दो किसी दिन!

फिर वो बोली- आज जब आपने काम से छुट्टी ले ही ली है तो किसी रेस्तरां में चलो या फिर हमारे घर ही चल लो. वहां पर साथ में रात को रंगीन करेंगे.

पल्लवी के कहने पर हमने गाड़ी उसके घर की ओर मोड़़ दी और वहां से निकल गये.

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